5 लाख का इनामी सैफुल्लाह कौन था? जैश-ए-मोहम्मद से क्या था नाता?
जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों ने बड़ी कार्रवाई की है। किश्तवाड़ और अखनूर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच चल रही मुठभेड़ ने बड़ा मोड़ लिया जब एक खतरनाक आतंकी को ढेर कर दिया गया।
अखनूर के केरी बट्टल इलाके में गुरुवार देर रात मुठभेड़ शुरू हुई। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरते हुए तलाशी अभियान तेज कर दिया। वहीं, शुक्रवार को दिन में किश्तवाड़ के छात्रू इलाके में भी एनकाउंटर शुरू हुआ, जो काफी देर तक चला। इस मुठभेड़ में कुल 3 आतंकियों को मार गिराया गया।
इन तीनों में से एक आतंकी की पहचान सैफुल्लाह के रूप में हुई, जो जैश-ए-मोहम्मद का टॉप कमांडर था। सैफुल्लाह पर पूरे 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था और सुरक्षा एजेंसियां लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थीं।
कौन था सैफुल्लाह?
सैफुल्लाह को जम्मू-कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद की गतिविधियों को संचालित करने की जिम्मेदारी दी गई थी। बताया जा रहा है कि वह पिछले कुछ वर्षों से घाटी में आतंक फैलाने की योजना बना रहा था। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, उसने कई स्थानीय युवाओं को आतंकवादी संगठन में भर्ती कराने का काम किया था।
उसका नेटवर्क इतना मजबूत था कि वह पाकिस्तान से सीधे निर्देश प्राप्त करता था और उन्हें जम्मू-कश्मीर में लागू करता था। वह कई बार आतंकियों की घुसपैठ कराने में भी सफल हो चुका था। यही कारण है कि उसे हाई-वैल्यू टारगेट की लिस्ट में रखा गया था।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
जानकारी के अनुसार, खुफिया एजेंसियों को छात्रू इलाके में आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। इसी आधार पर सेना और पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया। ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसका सुरक्षाबलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। लंबे समय तक चली मुठभेड़ के बाद तीन आतंकी मारे गए। इनमें से एक की पहचान सैफुल्लाह के रूप में हुई।
बाकी दो आतंकियों की पहचान फिलहाल नहीं हो पाई है। लेकिन माना जा रहा है कि ये भी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हो सकते हैं। सुरक्षाबल इनके संबंध और गतिविधियों की जांच कर रहे हैं।
क्या है आगे की रणनीति?
सैफुल्लाह जैसे बड़े आतंकी की मौत सुरक्षा बलों के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इससे आतंकवाद के नेटवर्क को गहरा झटका लगा है। वहीं, इस मुठभेड़ के बाद इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और तलाशी अभियान जारी है।
जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही इन सफलताओं से यह स्पष्ट है कि सुरक्षा बल पूरी मुस्तैदी से आतंकवाद के खिलाफ काम कर रहे हैं और देश की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।