Syria में विद्रोहियों पर सेना का जवाबी हमला, 425 को मारने का दावा
Syria में सरकार और विद्रोहियों के बीच संघर्ष एक बार फिर तेज हो गया है। विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों में सीरियाई और रूसी लड़ाकू विमान लगातार बमबारी कर रहे हैं, जिससे हालात और भी तनावपूर्ण हो गए हैं। ताजा बमबारी में 25 लोगों की मौत हो गई है, जबकि सरकारी सेना ने जमीनी कार्रवाई में 400 विद्रोहियों को मारने का दावा किया है।
रूसी और सीरियाई विमानों की बमबारी
रूसी और सीरियाई विमानों ने विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों में बमबारी की, जिसमें हवाई हमलों में 10 बच्चे भी मारे गए। हवाई हमलों के दौरान विद्रोहियों के खिलाफ जारी संघर्ष में सीरियाई सेना ने इदलिब शहर में कुछ इलाके वापस लेने का भी दावा किया है। यह शहर तुर्की सीमा के पास स्थित है और यहां करीब 40 लाख लोग अस्थायी आवासों में रह रहे हैं।
ईरान समर्थित मिलीशिया की सीरिया में एंट्री
Syria में विद्रोहियों के खिलाफ जंग में ईरान समर्थित मिलीशिया भी शामिल हो गई है। इराक से सीमा पार कर सीरिया में दाखिल हुई यह मिलीशिया, सरकारी सेना का सहयोग करेगी। वहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान से फोन पर बातचीत की और सीरिया की स्थिति पर चर्चा की। रूस ने यह भी कहा है कि वह सीरिया की बशर अल-असद सरकार को सैन्य सहायता जारी रखेगा।
सीरिया में सरकारी सेना के कदम पर नागरिकों का प्रतिक्रिया
सीरिया में सरकारी सेना के इस कदम के बाद से अलेप्पो के नागरिक हैरान हैं, क्योंकि बहुत सारे लोग शहर छोड़कर जा रहे हैं और बाकी लोग खुद को बेसहारा महसूस कर रहे हैं। इस बीच, अमेरिकी, फ्रांसीसी, जर्मन और ब्रिटिश अधिकारियों ने सभी पक्षों से सीरिया में संघर्ष को कम करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।
विदेशी सहयोग और संघर्ष
सीरिया में चल रही इस जंग को लेकर अन्य देशों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। जॉर्डन और इराक ने सीरिया के समर्थन में अपनी आवाज उठाई है, जबकि यूएई के राष्ट्रपति शेख मुहम्मद बिन जायेद अल-नाह्यान ने सऊदी युवराज मुहम्मद बिन सलमान से सीरिया और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। वहीं, रूस ने विद्रोहियों के कब्जे के बाद सीरिया में अपने जनरल सर्गेई किसेल को हटा दिया है, जो सीरिया में रूसी सेना के प्रभारी थे।