बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव के लिए बनाए अधिकारी, मध्यप्रदेश में धर्मेंद्र प्रधान को सौंपी जिम्मेदारी
बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्षों और नेशनल काउंसिल मेंबर्स के चुनाव के लिए चुनाव अधिकारियों की घोषणा कर दी है। मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को सौंपी गई है।
बीजेपी ने चुनाव अधिकारियों की सूची जारी की
बीजेपी ने 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति की है। इन चुनाव अधिकारियों का काम प्रदेश अध्यक्ष और नेशनल काउंसिल मेंबर्स का चुनाव करना होगा। बीजेपी ने 15 जनवरी तक प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव कराने का लक्ष्य तय किया है।
केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को गुजरात, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को कर्नाटक, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को उत्तर प्रदेश, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को बिहार, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को मध्यप्रदेश और विनोद तावड़े को छत्तीसगढ़ का चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है।
15 जनवरी तक बदलेंगे प्रदेश अध्यक्ष
28 दिसंबर को दिल्ली में बीजेपी की बड़ी बैठक हुई थी, जिसमें पार्टी के आगामी चुनावों और अध्यक्षों के बदलाव को लेकर चर्चा की गई थी। मीटिंग में 15 जनवरी तक प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव को पूरा करने का समय निर्धारित किया गया था। 5 जनवरी तक मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर और झारखंड में प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव होंगे। इसके साथ ही राज्यों में जिला अध्यक्षों के चुनाव भी किए जाएंगे।
इसके बाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी, और जनवरी के अंत तक नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी।
मध्यप्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष के लिए दावेदार
मध्यप्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में कई वरिष्ठ नेताओं के नाम चल रहे हैं। बीजेपी के सीनियर नेता और पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है। वह पिछले कुछ समय से राज्य की राजनीति में सक्रिय नजर आ रहे हैं।
इसके अलावा, भोपाल की हुजूर सीट से तीन बार विधायक रहे रामेश्वर शर्मा का नाम भी इस रेस में शामिल है। शर्मा इस बार मंत्री पद के दावेदार थे, लेकिन उन्हें जगह नहीं मिल पाई थी, जिसके बाद उनके नाम की चर्चा अध्यक्ष पद के लिए भी हो रही है।
पूर्व मंत्री अरविंद सिंह भदोरिया, पन्ना से विधायक और पूर्व मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, और बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल के नाम भी प्रदेश अध्यक्ष के लिए चर्चा में हैं। इन सभी नेताओं के बीच अध्यक्ष पद के लिए प्रतिस्पर्धा तेज हो गई है।