अगस्त में ट्रेन से धक्का देकर हत्या के मामले में आरोपी, जिस पर एक लाख रुपये का इनाम था, को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला उस वक्त चर्चा में आया था जब दो सिपाहियों ने अवैध शराब की तस्करी को रोकने की कोशिश की थी, जिसके चलते उनकी हत्या कर दी गई थी। तस्करों ने इन सिपाहियों को ट्रेन से धक्का देकर मार डाला था। आरोपी की गिरफ्तारी से मामले की जांच में प्रगति हुई है, और पुलिस अब इस घटना से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच कर रही है।
पिछले महीने 19-20 अगस्त की रात को बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस में हुई दर्दनाक घटना में दो सिपाहियों, जावेद ख़ान और प्रमोद कुमार, की हत्या कर दी गई थी। अवैध शराब की तस्करी को रोकने के प्रयास में इन सिपाहियों को ट्रेन से धक्का दे दिया गया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। इस मामले के मुख्य आरोपी जाहिद पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। हाल ही में पुलिस ने जाहिद का एनकाउंटर किया, जिसमें वह घायल हो गया है। जाहिद के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज थे, और वह एक लंबे समय से फरार था।
आरोपी जाहिद को गाजीपुर के थाना दिलदार नगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। वह मूल रूप से पटना, बिहार के फुलवारीशरीफ स्थित मंसूर गली पेढ़िमा बाजार का रहने वाला है। जाहिद पर अपहरण, मारपीट और शराब तस्करी के कई मामले पहले से दर्ज हैं।
यह गंभीर मामला तब सामने आया जब जाहिद ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के दो सिपाहियों के साथ बेरहमी से मारपीट की और उन्हें चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। इस घटना के कारण दोनों सिपाहियों की tragically मौत हो गई। जाहिद की गिरफ्तारी से इस जघन्य अपराध में कुछ हद तक न्याय मिलने की उम्मीद जगी है, और पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है।
पीडीडीयू रेलवे जंक्शन में तैनात दो आरपीएफ जवानों के शव गहमर थाना क्षेत्र में क्षत-विक्षत स्थिति में मिले थे। ये दोनों जवान मोकामा (पटना) ट्रेनिंग सेंटर जा रहे थे जब यह tragic घटना हुई।
जवानों में से एक प्रमोद सिंह की उम्र 37 साल थी, जबकि दूसरे जवान मोहम्मद जावेद खान की उम्र 38 साल थी। उनकी हत्या के बाद शवों को इस हालत में पाया गया, जिससे पूरे इलाके में सदमा और गुस्सा फैल गया।