अमृतसर में Sukhbir Singh Badal पर गोली हमला, बाल-बाल बचे
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष Sukhbir Singh Badal पर बुधवार को अमृतसर में जानलेवा हमला हुआ। हालांकि, वह इस हमले में बाल-बाल बच गए। सुखबीर बादल श्री हरमंदिर साहिब में धार्मिक सजा भुगतने के लिए पहुंचे थे, तभी एक व्यक्ति ने उन पर गोली चला दी। घटना के बाद आसपास के लोगों ने हमलावर को पकड़ लिया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
धार्मिक सजा के तहत स्वर्ण मंदिर पहुंचे थे बादल
सुखबीर सिंह बादल पर हमले का कारण उनकी धार्मिक सजा के तहत श्री हरमंदिर साहिब की यात्रा थी। सोमवार को श्री अकाल तख्त साहिब ने सुखबीर और अन्य अकाली नेताओं के खिलाफ धार्मिक सजा का एलान किया था। ये सजा उन पंथक गलतियों के लिए दी गई थी, जिनमें गुरमीत राम रहीम को माफी दिलाने और सिख युवाओं की हत्या करवाने वाले पुलिस अधिकारियों को उच्च पदों पर आसीन करने जैसे आरोप थे। इसके बाद सुखबीर बादल ने स्वर्ण मंदिर में ‘सेवादार’ के रूप में काम करना शुरू किया था।
सुखबीर बादल की राजनीतिक यात्रा
सुखबीर सिंह बादल, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बेटे हैं। वह शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष हैं और पूर्व में केंद्रीय मंत्री और पंजाब के उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं। सुखबीर का राजनीतिक करियर 1996 में सांसद बनने से शुरू हुआ था। उन्होंने 2008 में अपने पिता से पार्टी की कमान संभाली और पंजाब में शिरोमणि अकाली दल-भा.ज.पा. गठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री के तौर पर कार्य किया। हालांकि, 2017 के विधानसभा चुनावों में उन्हें कांग्रेस से हार का सामना करना पड़ा था।
राजनीतिक संकट का सामना
सुखबीर बादल और उनके परिवार का राजनीतिक सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में अकाली दल को विधानसभा और लोकसभा चुनावों में निराशाजनक परिणाम मिले हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में अकाली दल को महज तीन सीटें मिलीं और उनकी पत्नी हरसिमरत कौर को भी लोकसभा चुनाव में सफलता नहीं मिल पाई।