अंबुजा सीमेंट्स ने रचा इतिहास, बनी दुनिया की 9वीं सबसे बड़ी कंपनी , , पार किया 100 MTPA का लक्ष्य
भारत की एक प्रमुख सीमेंट निर्माता कंपनी अंबुजा सीमेंट्स ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने अपनी उत्पादन क्षमता को 100 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) से ऊपर पहुंचा दिया है, जिससे अब यह दुनिया की 9वीं सबसे बड़ी सीमेंट निर्माता कंपनी बन गई है।
100 MTPA का आंकड़ा पार करते ही बढ़ी वैश्विक पहचान
अंबुजा ने मौजूदा वित्त वर्ष में 100 MTPA का आंकड़ा पार किया है। यह कंपनी के लिए एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हुआ है। इसके साथ ही कंपनी की पहचान न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी और मजबूत हो गई है।
मुनाफे और राजस्व में शानदार ग्रोथ
वित्तीय वर्ष 2025 के आंकड़ों के अनुसार, अंबुजा सीमेंट्स ने 5158 करोड़ रुपये का पीएटी (PAT) दर्ज किया है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 9% की वृद्धि दर्शाता है। इसके अलावा, कंपनी का कुल राजस्व बढ़कर 35045 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जिसमें साल-दर-साल लगभग 6% की बढ़ोतरी देखी गई है।
वॉल्यूम और EBITDA में भी रिकॉर्ड
मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनी ने 65.2 मिलियन टन का उच्चतम वार्षिक वॉल्यूम हासिल किया, जो पिछले वर्ष से 10% अधिक है। इसके साथ ही कंपनी का EBITDA 1868 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जिसमें भी 10% की बढ़त दर्ज हुई है। स्टैंडअलोन आधार पर PAT में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है, जो बढ़कर 929 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है — यह बीते वर्ष की तुलना में 75% अधिक है।
सफलताओं का आधार: लचीलापन और रणनीति
कंपनी का कहना है कि यह सफलता कई कारकों का नतीजा है—जिसमें प्रमुख हैं: व्यापार में लचीलापन, अधिग्रहित परिसंपत्तियों का सही उपयोग, लागत में सुधार, वॉल्यूम ग्रोथ, नेतृत्व की स्पष्टता और समूह के भीतर बेहतर तालमेल।
2028 तक 140 MTPA का लक्ष्य
अंबुजा सीमेंट्स के सीईओ विनोद बहेटी ने बताया कि यह साल कंपनी के लिए मील का पत्थर रहा है। अब कंपनी का अगला लक्ष्य 2026 के अंत तक 118 MTPA और 2028 तक 140 MTPA क्षमता तक पहुंचने का है।
भारत की ग्रोथ स्टोरी का हिस्सा
कंपनी नेतृत्व का मानना है कि भारत 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है और अंबुजा सीमेंट्स देश के बुनियादी ढांचे के निर्माण में अपनी भूमिका को मजबूत करने में पूरी तरह से सक्रिय है।
क्या आप अंबुजा के इस विस्तार को भारत की आर्थिक मजबूती से जोड़कर देखते हैं?