बाबा सिद्दीकी मर्डर: कौन थे बाबा सिद्दीकी, घड़ी मैकेनिक का बेटा, दाऊद इब्राहिम से थे कथित रिश्ते, क्यों हुई अब हत्या?
बाबा सिद्दीकी, जो तीन बार के विधायक और पूर्व मंत्री थे, की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उनकी पहचान राजनीति और बॉलीवुड में एक प्रभावशाली नेता के रूप में थी।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले, सत्ताधारी NCP (Ajit Pawar) के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या हो गई। शनिवार रात को उन्हें मुंबई के बांद्रा ईस्ट में उनके बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर तीन गोलियां मारी गईं। हत्या करने वाले तीन लोग थे। गोली लगने के बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद यह चर्चा शुरू हो गई है कि क्या यह एक राजनीतिक हत्या थी या बाबा सिद्दीकी को अंडरवर्ल्ड से कथित रिश्तों के कारण मारा गया है। आइए, हम आपको बताते हैं कि बाबा सिद्दीकी कौन थे, जिनका प्रभाव राजनीति से लेकर मुंबई के अंडरवर्ल्ड और बॉलीवुड तक था।
बाबा सिद्दीकी, उर्फ बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी, ने छात्र जीवन में ही राजनीति में कदम रखा। उनके पिता बांद्रा में घड़ियों की मरम्मत करते थे, और बाबा कॉलेज में पढ़ाई के साथ ही अपने पिता के साथ बैठकर काम करते थे। MMK College में पढ़ाई के दौरान उन्होंने 1977 में कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI में शामिल हुए। 1980 में वह बांद्रा युवा कांग्रेस के महासचिव बने और 1982 में अध्यक्ष। इससे उन्हें नगर निगम में जाने का रास्ता मिला। उन्होंने दो बार नगर निगम पार्षद बने और फिर कांग्रेस ने उन्हें विधानसभा में भेजा। वह बांद्रा वेस्ट सीट से 1999, 2004, और 2009 में लगातार तीन बार विधायक रहे। बाद में वह राज्य सरकार में 2004 से 2008 तक खाद्य और नागरिक आपूर्ति, श्रम, और FDA के राज्य मंत्री बने। बाद में उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़कर अजित पवार के साथ NCP में शामिल हो गए। वर्तमान में उनकी जगह पर उनके बेटे जीशान सिद्दीकी विधायक हैं।
बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड के बीच का पुल
मुंबई पुलिस के सूत्रों के अनुसार, पुलिस फाइलों में बाबा सिद्दीकी को कुख्यात डॉन दाऊद इब्राहिम का करीबी माना जाता है। इन फाइलों में उन्हें बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड के कनेक्शन जोड़ने वाले पुल के रूप में देखा गया है, लेकिन कभी इसका कोई ठोस सबूत नहीं मिला। दाऊद इब्राहिम से मिली एके-47 के कारण जेल गए बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त से बाबा की गहरी दोस्ती थी। हालांकि, शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपी एक खबर में बताया गया था कि दाऊद ने बाबा सिद्दीकी को 2013 में फोन पर धमकाया था।
बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी में बॉलीवुड का जमावड़ा
बाबा सिद्दीकी की बॉलीवुड में एक मजबूत पहचान थी। कहा जाता है कि 2014 में अपनी इफ्तार पार्टी में उन्होंने सलमान खान और शाहरुख खान के बीच का विवाद खत्म कराया, जिससे दोनों एक्टर फिर से दोस्त बन गए। सिद्दीकी की बॉलीवुड से दोस्ती दिवंगत एक्टर सुनील दत्त ने कराई, जो खुद कांग्रेस सांसद और केंद्रीय मंत्री थे। बांद्रा फिल्मी हस्तियों का गढ़ है, और बाबा सिद्दीकी ने वहां अपनी पहचान बनाई। उनकी इफ्तार पार्टी का इन्विटेशन मिलते ही पूरा बॉलीवुड दौड़कर पहुंच जाता था, और इसे स्टेट्स सिंबल माना जाने लगा।
जननेता की पहचान और स्लम स्कैम में विवाद
बाबा सिद्दीकी हमेशा अपने इलाके के लोगों के लिए उपलब्ध रहते थे, जिसके कारण हर समुदाय में उनके समर्थक थे। उनकी पहचान एक जननेता के रूप में थी। हालांकि, उनका नाम मुंबई स्लम रिहैबिलिटेशन स्कैम में भी आया था, जिसमें ED ने 2017 में उनके घर पर छापा मारा था। लेकिन इसके बाद यह मामला वहीं खत्म हो गया।