आतिशी मार्लेना ने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जो अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद हुई। वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं और उनके साथ पांच मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण किया। दिलचस्प बात यह है कि आतिशी ने हिंदी में शपथ ली, जो उनकी भाषा और संस्कृति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।आतिशी ने राज निवास में दिल्ली की आठवीं और तीसरी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। इस अवसर पर कुछ विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। अब, आतिशी देश की 17वीं महिला मुख्यमंत्री बन गई हैं, जो महिला नेतृत्व को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
नई मंत्रिपरिषद में गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन, और सुल्तानपुर माजरा से विधायक मुकेश अहलावत शामिल हुए हैं। सभी ने आतिशी के साथ मंत्री पद की शपथ ली। उल्लेखनीय है कि राय, गहलोत, भारद्वाज, और हुसैन अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पूर्व सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं।
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने शपथ लेने से पहले पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। उनसे मिलने के बाद ही उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके अलावा, कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण से पहले केजरीवाल से चर्चा की। उल्लेखनीय है कि शराब घोटाला मामले में जमानत मिलने के बाद केजरीवाल ने अचानक मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश की थी, जिसके बाद आतिशी को नया मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया गया।
आतिशी का नाम दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के साथ ही इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। वह भारतीय जनता पार्टी की सुषमा स्वराज और कांग्रेस की शीला दीक्षित के बाद इस पद पर पहुंचने वाली तीसरी महिला हैं। अब, आतिशी को कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है, ताकि मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना, इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2.0, और दहलीज पर सेवाओं की डिलीवरी जैसी योजनाओं के कार्यान्वयन को तेजी से सुनिश्चित किया जा सके। यह उनके नेतृत्व में नई उम्मीदें और बदलाव लाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।