सुनने में भले ही इस पर यकीन न आए और यह प्रकृति के नियम के विपरीत लग रहा हो लेकिन दस्तावेजो के अनुसार नेता जी अब 60 साल के बुजुर्ग से धीरे धीरे जवानी की ओर बढ़ते हुए 54 साल के हो गये हैं । यह नेताजी हैं जिले के जनपद पंचायत ब्योहारी अंतर्गत ग्राम पंचायत बहेरिया के सरपंच रामसिया लखेर । जो कि पंचायत के ग्राम खढेह के निवासी है ।
कैसे खुला उम्र का राज
गाँव के वर्तमान सरपंच रामसिया लखेर का नाम बीपीएल सूची में 28380 क्रमांक में दर्ज है । उन्होंने आज से करीब नौ वर्ष पहले वर्ष 2015 में उन्होंने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन लेने के लिए आवेदन किया था ,जिसमे अपनी जन्मतिथि 20 जुलाई 1955 बताई थी ,जिसके अनुसार वह 60 वर्ष के बुजुर्ग हो चुके थे और उक्त पेंशन के हकदार थे । पेंशन के लिए किए गये आवेदन में अपने जिस आधार कार्ड क्रमांक ********1146 व समग्र आईडी का उपयोग उन्होंने किया गया था ,उसके अनुसार भी वह 60 वर्ष के हो चुके थे तथा उसमे जन्म तिथि 20 जुलाई 1955 दर्ज थी ।
लेकिन यह जन्म तिथि उनकी वास्तविक जन्म तिथि नहीं थी बल्कि उनकी कक्षा बारहवीं की अंक सूची में सरपंच रामसिया लखेर की 1 जनवरी 1970 अंकित है । जिसके अनुसार वर्ष 2015 में उनकी आयु मात्र 45 वर्ष थी । तथा वर्तमान समय आयु 54 वर्ष है । इसके बावजूद अपात्र होते हुए भी साजिश करके अपनी सही जन्म तिथि छुपाते हुए उन्होंने आधारकार्ड में गलत जन्मतिथि अंकित कराकर फर्जी तरीके से वृद्धा पेंशन का कई वर्ष तक लाभ प्राप्त किया । अब उनकी इस साजिश का गाँव में खुलासा हो गया है । और इसकी शिकायत भी वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुच चुकी है ।
प्रमाणिक भ्रष्टाचार फिर भी इन्तेजार
ग्राम वासियों द्वारा सरपंच रामसिया लखेर के खिलाफ कई अनियमितताए किए जाने की शिकायत पूर्व में लिखित रूप से की गयी थी । जिसके बाद इन शिकायतों और आरोपों की जांच वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कराई गयी थी ,जिसमे ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए गये थे । लेकिन आज दिनांक तक सरपंच के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी है । बताया गया है कि दो बार उनके विरुद्ध धारा 40 के तहत कार्यवाही किए जाने का पत्र जनपद पंचायत ब्यौहारी से जिला पंचायत भेजा जा चुका है । लेकिन वह जांच रिपोर्ट फाइलों में दफ़न होकर रह गयी है । अब एक बार फिर ग्राम वासियों द्वारा बिन्दुवार शिकायत सरपंच के विरुद्ध की गयी है । जिसमे फर्जी तरीके से सरपंच रामसिया पिता अल्फत उर्फ़ रामधनी के ऊपर फर्जी जन्मतिथि दर्शाकर वृद्धा पेंशन का लाभ लिए जाने का भी उल्लेख कर कार्यवाही की मांग की गयी है ।
आरोपों की है लम्बी फेहरिस्त
सरपंच रामसिया के ऊपर जहां सरपंच बनने से पूर्व वर्ष 2015 से वर्ष 2019 तक जन्म तिथि में कूट रचना करके फर्जी तरीके से वृद्धा पेंशन का लाभ लेने का आरोप है ,वही दूसरी ओर ग्राम खढेह में खेर माई माता मंदिर चबूतरा निर्माण ,फर्जी मजदूरी भुगतान ,हनुमान मंदिर सफाई के नाम पर गबन करने समेत अन्य निर्माण कार्यों में लाखो रुपए की अनियमितता किए जाने का आरोप है । शिकायत में लगाए गये अधिकाँश आरोप जांच में प्रमाणित भी हो चुके है । बाताया जा रहा है सरपंच को कुछ सफेदपोश नेताओं का संरक्षण प्राप्त है । जिस कारण अब तक उस पर कार्यवाही नही हो सकी है । अब नवागत तेज तर्रार जिला पंचायत सीईओ से ग्रामवासियों को उम्मीद है कि सरपंच के ऊपर कार्यवाही करते हुए उन्हें पद से हटाया जाएगा । बहरहाल यह तो आने वाला समय ही बताएगा की सरपंच के खिलाफ प्रमाणित भ्रष्टाचार के खिलाफ वरिष्ठ कार्यालय से क्या कार्यवाही की जाएगी ।
प्रधान मंत्री के नाम पत्र वायरल
इन आरोपों के बीच ग्राम पंचायत बहेरिया के लेटर पैड में प्रधानमन्त्री के नाम संबोधित एक पत्र सामने आया है । जिसमे आरोपों से घिरे सरपंच रामसिया के द्वारा यह उल्लेखित किया गया है कि मै पिछड़ा वर्ग से हूँ ,जबकि पंचायत के उपसरपंच समेत अधिकाँश पंच उच्च वर्ग से हैं । इसलिए वह लोग पंचायत के विकास कार्यो में बाधाए डालते है । उक्त पत्र में आज 11 अक्टूबर 2024 की तिथि दर्ज है । जब इसके समबन्ध में सरपंच रामसिया से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि दो दिन पूर्व एक पत्र प्रधानमन्त्री के नाम डाक से भेजा था ,लेकिन आज की तिथि में कोई पत्र नही भेजा है । फिर उनके हस्ताक्षर व पंचायत की मुहर लगाकर लेटर दुबारा किसने भेजा ,यह बड़ा सवाल है ?
आरोप पूछने पर दिए गोलमोल जवाब
पत्र के बारे में तो उन्होंने बताया लेकिन उनके ऊपर लगे सरकारी धन के दुरूपयोग के प्रमाणित आरोपों के बारे में बात की गयी तो वह गोलमोल जवाब देने लगे । पंचायत अधिकारी द्वारा की गयी जांच में आरोप सिद्ध होने के बाद भी वह इसे नकारते नजर आए । वहीँ फर्जी जन्म तिथि के आधार पर पेंशन लेने की बात को भी वह साजिश बताने लगे । बहरहाल ऐसा प्रतीत हो रहा की प्रमाणित आरोपों के बाद कार्यवाही के भय से अब सरपंच रामसिया लखेर अपने बचाव के लिए नए नए हथकंडे अपना रहे हैं । पता चला है कि जिला पंचायत से जुड़े किसी नेता के रिश्तेदार का सरपंच को संरक्षण प्राप्त है । जिस कारण आरोपों की जांच और प्रमाण सामने आने के बाद भी आज दिनांक तक उसके खिलाफ कार्यवाही की फ़ाइल दबी हुई है ।