क्रिसमस पर Tadoba बना पर्यटकों की पहली पसंद
दिवाली के बाद अब Christmas Planning का समय
दिवाली के खत्म होते ही लोग अब Christmas की छुट्टियों के लिए प्लानिंग कर रहे हैं। महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में स्थित Tadoba Andhari Tiger Reserve इस बार टूरिस्ट्स की पहली पसंद बन रहा है। प्राकृतिक सुंदरता और रोमांचक टाइगर सफारी के कारण यहां बड़ी संख्या में पर्यटक खींचे चले आ रहे हैं।
टाइगर टूरिज्म को मिली प्राथमिकता
Christmas और विधानसभा शीतकालीन अधिवेशन की पृष्ठभूमि में यह साफ हो गया है कि लोग जंगल सफारी का खूब आनंद लेना चाहते हैं। पिछले एक महीने में 40,000 से अधिक पर्यटक Tadoba के कोर और बफर एरिया में सफारी का मजा ले चुके हैं। बाघों के प्रति खास रुचि रखने वाले पर्यटक इसे अपनी पहली पसंद बना रहे हैं।
सफारी में बाघों की झलक से खुश हुए टूरिस्ट्स
Tadoba में सफारी के दौरान बाघों की झलक पर्यटकों के लिए बड़ा आकर्षण बन गई है। सुबह और दोपहर की सफारी में बाघ दिखने से टूरिस्ट्स का उत्साह (enthusiasm) बढ़ा है। पर्यटकों ने बताया कि उनकी यात्रा का उद्देश्य (purpose) बाघों को देखना था, जो यहां पूरा हुआ। इसके अलावा अन्य वाइल्डलाइफ जैसे तेंदुआ, चीतल और हिरण को देखकर भी पर्यटक बेहद खुश हैं।
सभी गेट्स फुल बुक्ड, एडवांस प्लानिंग जरूरी
Tadoba के कोर जोन के सभी छह गेट्स पिछले महीने से फुल बुक हैं। एडवांस बुकिंग (advance booking) के बिना यहां सफारी का प्लान करना अब मुश्किल हो सकता है। क्रिसमस की छुट्टियों में लगभग 80% बुकिंग पहले ही हो चुकी है। हालांकि, बफर जोन में अब भी सफारी के लिए अवसर उपलब्ध हैं।
इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने का असर
Maharashtra Tourism Development Corporation और वन विभाग ने इको-टूरिज्म (eco-tourism) को बढ़ावा देने के लिए कई विशेष प्रयास किए हैं। इस पहल के तहत पर्यटकों को कोर और बफर दोनों जोन में सफारी का अवसर मिलता है। Tadoba प्रबंधन ने सुविधाओं को बेहतर बनाकर पर्यटन को बढ़ावा दिया है।
लाल चंदन का पेड़ भी बना आकर्षण
Tadoba के मोहर्ली वन क्षेत्र में तीन पुराने लाल चंदन के पेड़ (red sandalwood trees) पर्यटकों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। फिल्म ‘पुष्पा’ के बाद इन पेड़ों की लोकप्रियता बढ़ी है। जिस तरह ताड़ोबा के बाघ पर्यटकों का मुख्य आकर्षण हैं, उसी तरह अब ये लाल चंदन के पेड़ भी फेमस हो गए हैं।
वीआईपी पर्यटकों की बढ़ी संख्या
आगामी नागपुर विधानसभा शीतकालीन अधिवेशन के चलते ताड़ोबा में वीआईपी टूरिस्ट्स (VIP tourists) की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। यह साफ है कि क्रिसमस पर ताड़ोबा पूरी तरह से पर्यटकों से भरा रहेगा।
सफारी का अलग अनुभव देता है ताड़ोबा
Tadoba में सफारी (safari) का अनुभव पर्यटकों को हमेशा खास लगता है। यहां जंगल की शांति, हरी-भरी प्राकृतिक सुंदरता और बाघों का रोमांच पर्यटकों को दूसरी दुनिया में ले जाता है। इस बार पर्यटकों ने न सिर्फ बाघों का आनंद लिया, बल्कि अन्य जानवरों को देखकर भी खूब तस्वीरें खींचीं।
Tadoba का प्रबंधन बना उदाहरण
ताड़ोबा प्रबंधन ने पर्यटकों के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की हैं। कोर और बफर जोन में सफारी का बेहतरीन अनुभव (experience) देने के लिए स्थानीय गाइड्स और कर्मचारियों को प्रशिक्षित (trained) किया गया है। इसके साथ ही, वन विभाग ने टूरिस्ट्स के लिए ग्रीन जोन में अलग-अलग ट्रैक तैयार किए हैं।
क्रिसमस के बाद भी जारी रहेगा आकर्षण
सूत्रों के अनुसार, अगले महीने भी ताड़ोबा में पर्यटकों की बुकिंग (booking) जोरों पर है। यह साफ है कि बाघ देखने का यह क्रेज (craze) केवल Christmas तक सीमित नहीं रहेगा। इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के साथ-साथ ताड़ोबा का महत्व और भी बढ़ने वाला है।
Tadoba में छुट्टियों का आनंद
यदि आप भी Christmas की छुट्टियों में एक रोमांचक और शांत जगह की तलाश कर रहे हैं, तो Tadoba Andhari Tiger Reserve आपके लिए परफेक्ट (perfect) डेस्टिनेशन हो सकता है। बाघों को देखना और जंगल सफारी का आनंद लेना यहां आने वाले हर टूरिस्ट के लिए यादगार अनुभव बनता है।