जम्मू-कश्मीर के Kishtwar जिले के अधवारी इलाके में गुरुवार को आतंकियों ने दो विलेज डिफेंस गार्ड का पहले अपहरण किया और फिर उन्हें गोली मार दी।
जम्मू-कश्मीर के Kishtwar जिले के अधवारी इलाके में गुरुवार को आतंकियों ने दो विलेज डिफेंस गार्ड की हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार, आतंकियों ने मुंजला धार जंगल में मवेशियों को चराने गए इन गार्ड्स का पहले अपहरण किया और फिर उन्हें गोली मार दी।
आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी
घटना के बाद सेना और पुलिस ने मिलकर इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। फिलहाल, आतंकियों के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है। मृतक गार्ड्स की पहचान ओहली-कुंतवाड़ा के नजीर अहमद और कुलदीप कुमार के रूप में हुई है।
जैश-ए-मोहम्मद के कश्मीर टाइगर्स ग्रुप ने ली जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद के कश्मीर टाइगर्स ग्रुप ने ली है। सोशल मीडिया पर ग्रुप ने डिफेंस गार्ड्स के शवों की तस्वीरें पोस्ट कीं, जिसमें उनके मुंह से खून बहता नजर आया और आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी। कश्मीर टाइगर्स ने पोस्ट में लिखा कि “कश्मीर की आजादी तक यह संघर्ष जारी रहेगा।”
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सोपोर में भी आतंकियों और सेना के बीच मुठभेड़
बारामूला के सोपोर इलाके में भी गुरुवार रात को आतंकियों और सेना के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। सेना के चिनार कॉर्प्स ने बताया कि पानीपुरा इलाके में कुछ आतंकी छिपे होने की सूचना पर ऑपरेशन शुरू किया गया। सर्च के दौरान आतंकियों ने फायरिंग की, जिसका जवाब सेना ने दिया।
मुख्यमंत्री और LG की प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने इस हमले की निंदा की और इसे राज्य में शांति के लिए बाधा बताया। वहीं, LG मनोज सिन्हा ने भी इस हमले को कायरतापूर्ण करार दिया और कहा कि सरकार आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
पिछले एक हफ्ते में सात आतंकी हमले
पिछले 7 दिनों में जम्मू-कश्मीर में 7 आतंकी हमले हो चुके हैं। 5 नवंबर को बांदीपोरा में एक आतंकी मारा गया, 3 नवंबर को श्रीनगर के टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर के पास ग्रेनेड ब्लास्ट हुआ जिसमें 12 लोग घायल हुए। इसके अलावा 1-2 नवंबर के दौरान 36 घंटों में श्रीनगर, बांदीपोरा और अनंतनाग में तीन मुठभेड़ हुईं।
आतंकी सहयोगी गिरफ्तार
इस बीच, 5 नवंबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने एक आतंकी सहयोगी को गिरफ्तार किया। उसकी पहचान आशिक हुसैन वानी के रूप में हुई है, जो सोपोर का रहने वाला है। उसके पास से एक पिस्तौल, सात जिंदा राउंड और एक मैगजीन बरामद की गई है।