रोहित शर्मा और विराट कोहली को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना चाहिए
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न टेस्ट में भारतीय टीम को 184 रन से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा, और इसके साथ ही कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की मांग जोर पकड़ने लगी है। भारतीय बल्लेबाजों ने एक बार फिर से आसानी से घुटने टेक दिए और इस हार के साथ ही यह सवाल उठने लगा है कि क्या अब समय नहीं आ गया है कि ये दोनों दिग्गज क्रिकेट से अलविदा ले लें।
रोहित शर्मा की नाकामी और कप्तानी पर सवाल
रोहित शर्मा की कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों ही निराशाजनक रही हैं। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भारत ने मेलबर्न टेस्ट गंवा दिया और अब ऑस्ट्रेलिया 2-1 से आगे है। भारतीय टीम को आखिरी दिन 340 रन के असंभव लक्ष्य का पीछा करते हुए 184 रन से हार का सामना करना पड़ा। रोहित शर्मा ने अति रक्षात्मक अंदाज अपनाया और केवल 9 रन पर आउट हो गए। यह हार इस बात का सबूत है कि रोहित शर्मा इस समय अपने करियर के सबसे खराब टेस्ट फॉर्म से गुजर रहे हैं।
विराट कोहली की कमजोरी भी सामने आई
विराट कोहली भी इस टेस्ट मैच में अपनी कड़ी परीक्षा का सामना कर रहे थे। उनका प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा, और वह केवल 5 रन पर आउट हो गए। ऑफ स्टम्प से बाहर जाती गेंद पर उनका विकेट गिरना उनकी बैटिंग की कमजोरी को उजागर करता है। जबकि युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने 84 रन बनाकर टीम के लिए योगदान दिया, लेकिन बाकी बल्लेबाजों ने संघर्ष नहीं किया और भारत को हार का सामना करना पड़ा।
टीम में जगह बनाने पर सवाल
रोहित और कोहली के निरंतर खराब प्रदर्शन के बाद यह सवाल उठता है कि क्या ये दोनों क्रिकेटर अपनी जगह बनाए रखने के हकदार हैं। टेस्ट क्रिकेट में लगातार फ्लॉप रहने के बाद भी क्या ये खिलाड़ी टीम में बने रह सकते हैं? यह एक बड़ा सवाल है, और कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि अब समय आ गया है कि इन दिग्गजों को खुद ही संन्यास ले लेना चाहिए।
भविष्य के लिए एक नई शुरुआत की आवश्यकता
आखिरकार, हम यह उम्मीद करते हैं कि रोहित शर्मा और विराट कोहली इस फॉर्मेट से अलविदा लेकर अगली टेस्ट चैंपियनशिप और इंग्लैंड के आगामी दौरे के लिए भारतीय टीम को एक नई दिशा देंगे। यह सिलेक्टर्स के लिए एक मुश्किल फैसला हो सकता है, लेकिन यह भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए जरूरी हो सकता है।
यह समय है कि भारतीय क्रिकेट को कुछ नया मिले और भविष्य में युवा खिलाड़ियों को अवसर मिले। रोहित और कोहली ने भारतीय क्रिकेट के लिए कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं, लेकिन अब टेस्ट क्रिकेट से उनकी विदाई एक आवश्यक कदम हो सकता है।