चैंपियंस ट्रॉफी 2025: भारत के सामने चयन की 3 बड़ी चुनौतियाँ
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय टीम का चयन अब बहुत करीब है, और चयनकर्ताओं के सामने तीन प्रमुख समस्याएँ खड़ी हैं। 12 जनवरी तक टीम का ऐलान करना है, जबकि टूर्नामेंट की शुरुआत 20 फरवरी से होने वाली है। टीम के चयन में अब कुछ नए संकट उभरकर सामने आ रहे हैं, जिनसे भारत के चयनकर्ताओं को निपटना होगा। आइए जानें इन तीन प्रमुख चुनौतियों के बारे में।
1. विकेटकीपर का चयन संकट
2023 वनडे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के बाद, केएल राहुल ने भारतीय टीम में अपनी विकेटकीपिंग की भूमिका को पक्का कर लिया था। राहुल ने 75.33 की औसत से 452 रन बनाये थे, जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल थे। इस प्रदर्शन ने उन्हें मिडिल ऑर्डर में भारत का भरोसेमंद बल्लेबाज और सक्षम विकेटकीपर बना दिया था।
अब, चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चयनकर्ताओं के सामने केएल राहुल, संजू सैमसन, ऋषभ पंत, और ईशान किशन के बीच टीम के मुख्य विकेटकीपर का चुनाव करना एक बड़ी चुनौती बन गया है। इनमें से किसे मुख्य विकेटकीपर चुना जाएगा, यह देखने वाली बात होगी।
2. ऑलराउंडर्स का चयन
टी-20 वर्ल्ड कप 2022 में शानदार प्रदर्शन करने के बाद, रविंद्र जडेजा ने हालांकि टी-20 फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन वनडे फॉर्मेट में उनकी भूमिका अहम बनी हुई है। जडेजा ने 197 वनडे मैचों में 32.42 की औसत से 2756 रन और 220 विकेट लिये हैं, जिससे उनकी उपयोगिता और ज्यादा बढ़ जाती है।
अब, चयनकर्ताओं को ये तय करना है कि जडेजा पर ही भरोसा किया जाए या फिर युवा ऑलराउंडर्स जैसे वाशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल और नीतीश कुमार रेड्डी को भी मौका दिया जाए। हार्दिक पंड्या के बैकअप के तौर पर ये खिलाड़ी टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। भारत को भविष्य के प्लेयर तैयार करने होंगे या फिर सिर्फ जडेजा पर निर्भर रहना होगा, यह चयनकर्ताओं के लिए एक बड़ा सवाल बन चुका है।
3. पेस अटैक का सही कॉम्बिनेशन
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण में अंतिम स्थान के लिए संघर्ष चल रहा है, खासकर अर्शदीप सिंह की स्थिति को लेकर। अर्शदीप ने टी-20 विश्व कप 2024 में शानदार प्रदर्शन किया था और आठ वनडे मैचों में 24.08 की औसत से 12 विकेट हासिल किये थे।
लेकिन बुमराह की चोट, सिराज को आराम, और मोहम्मद शमी की फिटनेस को लेकर अस्पष्टता ने टीम चयन को जटिल बना दिया है। बुमराह और सिराज का अनुभव टीम के लिए अहम हो सकता था, लेकिन उनकी उपलब्धता पर सवाल खड़े हो गए हैं। शमी की फिटनेस रिपोर्ट भी चयनकर्ताओं के लिए एक और चिंता का विषय बन चुकी है, क्योंकि वे 2023 के वनडे विश्व कप के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर रहे हैं।
इन तीन प्रमुख समस्याओं के बीच भारत के चयनकर्ताओं को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए सही टीम का चयन करना होगा।