70 साल पूरे: SBI का सौर ऊर्जा मिशन
देश के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने 70वें स्थापना दिवस के मौके पर एक ऐतिहासिक और भविष्यद्रष्टा योजना की घोषणा की है। बैंक ने अगले दो वर्षों में 40 लाख घरों को सौर ऊर्जा से रोशन करने का लक्ष्य तय किया है। यह लक्ष्य न केवल बैंक की सामाजिक और पर्यावरणीय प्रतिबद्धताओं को दर्शाता है, बल्कि यह भारत के हरित भविष्य की दिशा में भी एक सशक्त कदम है।
स्थापना दिवस का जश्न: एक नई शुरुआत
1 जुलाई 2025 को SBI ने अपनी 70वीं वर्षगांठ पर देशभर में समारोह आयोजित किए। इस अवसर पर बैंक ने “हर घर सौर ऊर्जा” मिशन की घोषणा की। इसके तहत वर्ष 2027 तक 40 लाख घरों की छतों पर सौर पैनल लगाए जाने की योजना है। यह पहल बैंक की कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी और ग्रीन इनिशिएटिव्स के अंतर्गत लाई गई है।
भारत के नेट-जीरो लक्ष्य की ओर SBI का बड़ा कदम
भारत सरकार ने वर्ष 2070 तक नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस दिशा में SBI की यह पहल एक बड़ी भूमिका निभा सकती है। सौर ऊर्जा से रोशन होने वाले 40 लाख घर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उल्लेखनीय योगदान देंगे।
SBI की सौर ऊर्जा योजना के मुख्य बिंदु
- लक्ष्य: वर्ष 2027 तक 40 लाख घरों को सौर ऊर्जा से जोड़ना।
- फोकस एरिया: ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्र।
- सहयोग: सरकार की पीएम कुसुम योजना और निजी कंपनियों के साथ साझेदारी।
- तकनीक: रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन, स्मार्ट ग्रिड तकनीक।
डिजिटल और ग्रीन बैंकिंग की ओर कदम
SBI पिछले कुछ वर्षों से डिजिटल बैंकिंग और ग्रीन इनिशिएटिव्स की दिशा में तेज़ी से बढ़ रहा है। ‘योनो’ (YONO – You Only Need One) डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए बैंक ने ग्राहकों को घर बैठे बैंकिंग सेवाएं दी हैं। अब इसी दिशा में एक कदम आगे बढ़ाते हुए, बैंक ग्रीन एनर्जी के माध्यम से ग्राहकों को सस्ती और स्थायी ऊर्जा प्रदान करना चाहता है।
AI आधारित समाधान और स्मार्ट ATM नेटवर्क
SBI का अगला फोकस है अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग कर बैंकिंग को और भी तेज़, सुरक्षित और ग्राहक केंद्रित बनाना। आने वाले समय में बैंक:
- AI आधारित ग्राहक सेवा समाधान लॉन्च करेगा।
- आधुनिक और स्मार्ट ATM की संख्या बढ़ाएगा।
- डिजिटल लोन प्रोसेसिंग और जोखिम मूल्यांकन के लिए मशीन लर्निंग का उपयोग करेगा।
SBI की ताकत: आंकड़ों में विस्तार
- कुल ग्राहक: 52 करोड़+
- शाखाएँ: 22,000+
- ATM: 65,000+
- बैलेंस शीट: ₹66 ट्रिलियन से अधिक
- YONO ऐप डाउनलोड: 100 मिलियन से ज्यादा
बैंकिंग का इतिहास: 1955 से 2025 तक
1 जुलाई 1955 को जब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना हुई थी, तब इसका उद्देश्य था ग्रामीण क्षेत्रों तक बैंकिंग सेवा पहुँचाना और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना। पिछले सात दशकों में बैंक ने हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी है — फिर चाहे वह डिजिटल बैंकिंग हो, किसान क्रेडिट कार्ड हो या महिला सशक्तिकरण के लिए लोन प्रोग्राम।
सहयोगी बैंकों का विलय: एकीकृत शक्ति
1 अप्रैल 2017 को SBI के छह सहयोगी बैंकों —
- स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर
- स्टेट बैंक ऑफ मैसूर
- स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर
- स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद
- स्टेट बैंक ऑफ पटियाला
- भारतीय महिला बैंक
का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में विलय हुआ। इस विलय के बाद बैंक की संचालन क्षमता, पूंजीगत आधार और ग्राहक सेवा में बड़ा सुधार आया।
ग्रीन फाइनेंस और ESG (Environment, Social, Governance) में SBI की भागीदारी
SBI लगातार ग्रीन फाइनेंस और ESG मानकों को अपनाकर भारत को एक सस्टेनेबल इकोनॉमी में बदलने की दिशा में प्रयास कर रहा है। बैंक का मानना है कि आने वाले दशक पर्यावरणीय जिम्मेदारी के होंगे और बैंकिंग सेक्टर इसमें निर्णायक भूमिका निभा सकता है।
सौर ऊर्जा योजना के लाभ
- बिजली बिल में कमी: सौर पैनल से घरों को मुफ्त ऊर्जा मिलेगी।
- पर्यावरण सुरक्षा: कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
- आत्मनिर्भरता: ग्रामीण क्षेत्र आत्मनिर्भर बनेंगे।
- रोजगार के अवसर: इंस्टॉलेशन और मेंटेनेंस के लिए स्थानीय रोजगार सृजन।
- महिलाओं को सशक्तिकरण: सस्ती ऊर्जा से घरेलू कार्यों में सहूलियत।
भविष्य की योजनाएं
- Agri-Fintech पोर्टल की शुरुआत
- Startups और MSME को Green Finance Support
- Renewable Energy Loan Products की शुरुआत
- Sustainable Infrastructure Development में निवेश
SBI की सामाजिक भूमिका
बैंक केवल वित्तीय संस्थान नहीं, बल्कि सामाजिक विकास का भी एक अहम हिस्सा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, महिला सशक्तिकरण और युवा कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में बैंक की कई CSR पहलें चल रही हैं।
निष्कर्ष: हर घर रोशन, हर दिल जुड़ा
70 साल पूरे होने के बाद SBI ने यह साबित कर दिया है कि वह केवल एक बैंक नहीं, बल्कि भारत की आर्थिक रीढ़ है। सौर ऊर्जा से 40 लाख घरों को रोशन करने का संकल्प इस बात का प्रमाण है कि बैंक सिर्फ मुनाफे के लिए नहीं, बल्कि देश के भविष्य के लिए काम कर रहा है।