200 करोड़ के प्राइवेट जेट का मालिक निकला रियल एस्टेट का बड़ा नाम
बेंगलुरु एयरपोर्ट पर एक आलीशान गल्फस्ट्रीम G280 प्राइवेट जेट की पारंपरिक पूजा का वीडियो जब सोशल मीडिया पर सामने आया, तो लोगों के बीच इस जेट के मालिक को लेकर उत्सुकता बढ़ गई। शुरुआत में यह स्पष्ट नहीं था कि आखिर इतनी भारी-भरकम कीमत वाला यह विमान किसका है, लेकिन अब उस “मिस्ट्री मैन” की पहचान हो गई है जिसने यह विमान खरीदा है।
एम्बेसी ग्रुप के चेयरमैन निकले असली मालिक
इस शानदार विमान के मालिक और कोई नहीं बल्कि रियल एस्टेट इंडस्ट्री के एक जाने-माने नाम जितेंद्र (जीतू) विरवानी हैं, जो कि एम्बेसी ग्रुप के नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन हैं। इस गल्फस्ट्रीम G280 की कीमत लगभग 200 करोड़ रुपये बताई जा रही है। विमान पर अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्थित एक एविएशन कंपनी का रजिस्ट्रेशन जरूर है, लेकिन भारत में कराई गई पूजा ने यह साफ कर दिया कि इसके पीछे कोई भारतीय बिजनेस टायकून ही है।
मुकेश अंबानी के पंडित से करवाई गई पूजा
इस पूजा समारोह की खास बात यह रही कि इसे कराने के लिए जिस पंडित को बुलाया गया, वह कोई सामान्य व्यक्ति नहीं हैं। पंडित चंद्रशेखर शर्मा, जिन्हें देश के नामी उद्योगपति मुकेश अंबानी के पंडित के रूप में जाना जाता है, ने इस पूरे समारोह का नेतृत्व किया। यही नहीं, उन्होंने मुकेश अंबानी के सबसे छोटे बेटे अनंत अंबानी की शादी में भी पूजा-पाठ कराया था।
मंत्रोच्चार, स्वास्तिक और देवी-देवताओं की आराधना
वीडियो में पंडित चंद्रशेखर शर्मा को मंत्रोच्चार करते हुए, पवित्र अग्नि प्रज्वलित करते हुए और विमान के नोज़ पर स्वास्तिक बनाते हुए देखा गया। इसके साथ ही, विमान के अंदर भी विशेष पूजा हुई जिसमें भगवान गणेश, देवी लक्ष्मी और देवी सरस्वती की मूर्तियों को स्थापित कर पूजा-अर्चना की गई। इस अनुष्ठान का उद्देश्य था – सुरक्षित यात्रा और समृद्धि की कामना।
सोशल मीडिया पर छाया वीडियो
पूजा का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। नेटिज़न्स इस अनोखे अंदाज़ में हुई प्राइवेट जेट की पूजा को लेकर काफी हैरान हैं। लोग इस बात को लेकर भी चर्चा कर रहे हैं कि आखिर कौन व्यक्ति इतना बड़ा निवेश कर सकता है।
निजी विमान, लेकिन परंपरा से जुड़ा दिल
इस घटना ने यह भी दिखाया कि चाहे व्यक्ति कितना भी आधुनिक क्यों न हो, भारतीय परंपराओं और आस्था का जुड़ाव अभी भी गहरा है। करोड़ों रुपये का विमान खरीदने के बाद भी जब उसका विधिपूर्वक पूजन कराया गया, तो लोगों के मन में श्रद्धा और हैरानी दोनों देखने को मिली।
निष्कर्ष:
200 करोड़ रुपये का यह प्राइवेट जेट ना केवल एक लग्जरी की मिसाल है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे बड़े उद्यमी भी अपनी जड़ों और परंपराओं से जुड़े रहते हैं। जीतू विरवानी का यह कदम न केवल उनकी आर्थिक क्षमता को दर्शाता है, बल्कि भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान को भी उजागर करता है।