म्यांमार में भूकंप का कहर, देर रात फिर हिली धरती
रात में फिर महसूस हुए झटके
म्यांमार में शुक्रवार को आए शक्तिशाली भूकंप के बाद देर रात फिर झटके महसूस किए गए। रात 11:56 बजे आए इस भूकंप की तीव्रता 4.2 मापी गई, जिससे घबराए लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इसके बाद कई क्षेत्रों में आपातकाल घोषित कर दिया गया है, और राहत एवं बचाव अभियान जारी है।
शहरों में मची अफरातफरी
मध्य म्यांमार में आए इस भूकंप का असर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक तक महसूस किया गया। वहां भी कई लोग डर के मारे इमारतों से बाहर निकल आए। म्यांमार के मांडले शहर में लोग सड़कों पर इधर-उधर भागते नजर आए।
भूकंप से भारी तबाही, सैकड़ों घायल
इससे पहले शुक्रवार को म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई। इसमें 144 लोगों की मौत हो गई और 732 लोग घायल हो गए। मांडले से करीब 17 किलोमीटर दूर इस भूकंप का केंद्र था, जिससे शहर में इमारतें धराशायी हो गईं। बिजली और फोन सेवाएं बाधित हो गईं, जिससे लोगों को भारी परेशानी हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई दहशत की तस्वीर
मांडले के एक निवासी ने बताया कि पूरा शहर बर्बाद हो गया है। सड़कों पर दरारें पड़ गईं, और कई जगह इमारतें गिर गईं। एक चाय की दुकान के गिरने से कई लोग अंदर फंस गए। स्थानीय लोगों के मुताबिक, मस्जिद में नमाज के दौरान झटके महसूस हुए, जिससे तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। शान राज्य के औंग बान में एक होटल गिर गया, जिसमें दो लोगों की जान चली गई और 20 लोग अब भी फंसे हुए हैं।
बचाव कार्य जारी, सड़कों और पुलों को हुआ नुकसान
भूकंप से कई सड़कों, पुलों और इमारतों को नुकसान पहुंचा है। राहत दल लगातार लोगों को मलबे से निकालने में जुटे हुए हैं। रेड क्रॉस के मुताबिक, बड़े बांधों की स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है।
बैंकॉक में भी भूकंप का असर
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी भूकंप का असर देखने को मिला। वहां एक निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत ढह गई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 81 लोगों के फंसे होने की आशंका है। बचाव दल लगातार मलबे में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं।
भूकंप से दहशत का माहौल
इस भूकंप के बाद पूरे दक्षिण-पूर्व एशिया में दहशत का माहौल है। लोग डरे हुए हैं और लगातार झटकों की आशंका से घबराए हुए हैं। राहत कार्य जारी है, लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।