लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव को बड़ी राहत मिली, कोर्ट ने जमानत दी
राउज एवेन्यू कोर्ट ने सोमवार को लैंड फॉर जॉब मामले में सुनवाई के दौरान आरजेडी प्रमुख लालू यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव और अन्य आरोपियों को जमानत दे दी। जबकि इस दौरान लालू यादव अपने बेटों और बेटी, सांसद मीसा भारती के साथ अदालत पहुंचे थे। अगली सुनवाई 25 अक्टूबर को निर्धारित की गई है।
लालू प्रसाद यादव पर गंभीर आरोप हैं कि उन्होंने 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहते हुए नियमों को नजरअंदाज करते हुए ‘ग्रुप डी’ में लोगों को नौकरी देने के बदले उनकी जमीनें अपने नाम करा लीं। इस संदर्भ में कई प्रभावित व्यक्तियों ने अदालत में अपने बयान दिए हैं, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव ने उनके साथ धोखाधड़ी की और उन्हें नौकरी का लालच देकर उनकी जमीनें हड़पीं।इसलिए यह मामला न केवल लालू यादव की राजनीतिक करियर के लिए चुनौती है, बल्कि इससे उनके परिवार और पार्टी की छवि भी प्रभावित हुई है। इस विवादास्पद मामले में कुल 30 आरोपी शामिल हैं, जो इस स्कीम का हिस्सा थे।
इससे पहले, सीबीआई ने 18 सितंबर को लालू यादव, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और अन्य आरोपियों को समन जारी किया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीबीआई को इस मामले में जांच की मंजूरी दी थी। सीबीआई ने अन्य आरोपियों के खिलाफ जांच के लिए भी अर्जी दी है, जिस पर 15 अक्टूबर को सुनवाई होगी।
कोर्ट के फैसले के बाद तेजस्वी यादव ने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा, “ये लोग बार-बार राजनीतिक साजिशें करते रहते हैं। केंद्र सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और इस मामले में कोई ठोस आधार नहीं है। हमें विश्वास है कि हम इस मामले में जीत हासिल करेंगे।”
लालू प्रसाद यादव अपनी बेटी मीसा और बहन रोहिणी के साथ रविवार को पटना से दिल्ली में पेशी के लिए पहुंचे। तेजप्रताप यादव पहले से ही दिल्ली में मौजूद थे, जबकि तेजस्वी यादव रविवार देर रात दुबई से दिल्ली पहुंचे। उन्होंने इस दौरान विपक्ष की राजनीतिक गतिविधियों पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि यह सब केवल उनके खिलाफ साजिश का हिस्सा है।