बिहार में भूकंप: 23 जिलों की धरती डोली, 95 की मौत, 130 घायल
भूकंप के झटकों से हिली बिहार की धरती
बिहार के 23 जिलों में भूकंप के जोरदार झटके महसूस हुए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। पटना समेत कई प्रमुख शहरों में लोग सुबह-सुबह अचानक नींद से जाग गए और डर के मारे घरों से बाहर निकल आए। ये झटके नेपाल और तिब्बत के पास आए 7.1 तीव्रता वाले भूकंप के कारण महसूस किए गए। भूकंप ने उत्तर बिहार से लेकर मध्य बिहार तक दहशत फैलाई। खासतौर पर नेपाल से सटे जिलों में इसकी तीव्रता अधिक महसूस हुई। भूकंप के झटके सुबह 6:40 बजे के आसपास आए थे और लगभग 5 सेकेंड तक धरती हिलती रही।
भूकंप से बिहार में 95 लोगों की मौत, 130 घायल
बिहार के अलावा नेपाल और पश्चिम बंगाल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। तिब्बत में आए इस भूकंप से नेपाल के विभिन्न हिस्सों में तबाही मच गई। तिब्बत के शिजांग क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक घंटे के अंदर 7.1 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप समेत छह सिलसिलेवार भूकंप आए। इस आपदा में 95 लोगों की मौत हो गई और 130 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। भूकंप के झटके बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर भारत और बांग्लादेश समेत कई देशों में महसूस किए गए।
भूकंप का केंद्र और प्रभाव
भूकंप का केंद्र तिब्बत में उत्तर-पूर्व नेपाल के खुम्बू हिमालय पर्वतमाला के पास था, जो लोबुत्से के 90 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित था। इस भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी। काठमांडू में भी भूकंप के झटके महसूस होने पर लोग घबराए और अपने घरों से बाहर निकल आए। इस दौरान लोगों ने सड़कों पर लगे पेड़ों और बिजली के तारों को हिलते हुए देखा, जिससे घबराहट और बढ़ गई।
बिहार में भूकंप से राहत कार्य जारी
हालांकि, बिहार में किसी तरह की भूकंप से जुड़ी बड़ी क्षति की सूचना नहीं है, फिर भी राहत कार्य जारी है। आपदा प्रबंधन विभाग ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है और प्रभावित इलाकों में आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। बिहार के सीतामढ़ी, शिवहर, सहरसा, सुपौल, पूर्णिया, किशनगंज, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, मुंगेर, पटना, समस्तीपुर जैसे जिलों में भूकंप के प्रभाव से लोग दहशत में थे।
भूकंप के झटकों से पड़ोसी देशों पर भी असर
भूकंप का असर केवल बिहार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह नेपाल, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश जैसे देशों में भी महसूस किया गया। काठमांडू में लोगों ने भी भूकंप के बाद घबराहट में अपने घरों से बाहर निकलने का प्रयास किया। इन देशों में भूकंप के कारण कुछ इमारतों को भी नुकसान हुआ।
निष्कर्ष
बिहार और इसके पड़ोसी इलाकों में भूकंप के भयंकर झटके ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि प्राकृतिक आपदाओं से मुकाबला करना एक बड़ी चुनौती है। राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं, ताकि प्रभावित क्षेत्रों में जनहानि और नुकसान को कम किया जा सके।