अफगान शरणार्थियों की उड़ानें अधर में, हजारों की स्थिति गंभीर
अमेरिकी वकालत समूहों के गठबंधन प्रमुख शॉन वैनडाइवर और एक अन्य अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर यह जानकारी दी है कि ट्रंप प्रशासन के फैसले से हजारों अफगान शरणार्थी अब संकट में हैं। इन शरणार्थियों को अमेरिका में शरणार्थी के रूप में पुनर्वास की मंजूरी मिल चुकी थी, लेकिन अभी तक उन्हें अफगानिस्तान या पाकिस्तान से अमेरिका जाने के लिए उड़ानें नहीं मिल पाई हैं।
पुनर्वास की मंजूरी, लेकिन उड़ानें नहीं
वैनडाइवर और अन्य अधिकारी के अनुसार, इन शरणार्थियों को अमेरिका में बसने का मौका मिलने के बावजूद वे अपने मंजिल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। अमेरिका में शरण लेने वाले इन अफगान नागरिकों में वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने तालिबान के खिलाफ अमेरिकी सैनिकों के साथ मिलकर संघर्ष किया था। लेकिन अफगानिस्तान और पाकिस्तान से उनकी उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिससे उनका भविष्य अब अधर में लटक गया है।
शरणार्थियों की घबराहट
अफगान शरणार्थियों की इस असमंजस की स्थिति को लेकर वैनडाइवर ने कहा कि यह बहुत कठिन समय है, खासकर उन अफगान नागरिकों के लिए जिन्होंने अपने परिवारों और जान की सुरक्षा के लिए अमेरिकी समर्थन में युद्ध लड़ा। उन्हें उम्मीद थी कि वे शरणार्थी के रूप में अमेरिका में सुरक्षित जीवन जी सकेंगे, लेकिन अब इस निर्णय से उनकी उम्मीदें टूटती दिख रही हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास लगातार कॉल्स आ रही हैं, और लोग बेहद चिंतित हैं।
अफगानिस्तान से उड़ानें क्यों रद्द हुईं?
अधिकारियों के मुताबिक, अफगान शरणार्थियों के पुनर्वास कार्यक्रम के तहत उनका अमेरिका में स्वागत तो किया गया था, लेकिन हाल ही में प्रशासन के द्वारा उड़ानों को रद्द करने के फैसले के बाद, ये लोग अभी तक अपने सुरक्षित स्थान की ओर नहीं बढ़ पाए हैं। अफगानिस्तान में लगातार सुरक्षा संकट और तालिबान का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, जो इन शरणार्थियों के लिए एक और मुश्किल पैदा कर रहा है।
वकील और शरणार्थियों के बीच बढ़ी चिंता
वैनडाइवर ने यह भी कहा कि इस फैसले से अफगान शरणार्थी और उनके समर्थक वकील दोनों चिंतित हैं। वह इस स्थिति को लेकर लगातार प्रशासन से संपर्क कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि प्रशासन इस फैसले पर पुनर्विचार करेगा। उनके संगठन ने तालिबान के कब्जे के बाद अफगान नागरिकों को निकालने और फिर से बसाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और वे अब उम्मीद कर रहे हैं कि इन लोगों को पुनः सुरक्षित स्थान मिल सकेगा।
भविष्य की उम्मीदें
इस स्थिति में सुधार के लिए इन शरणार्थियों और वकीलों की कोशिशें जारी हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया है। यह देखना होगा कि ट्रंप प्रशासन इस मुद्दे पर कब पुनर्विचार करता है और इन हजारों अफगान नागरिकों की मदद करने के लिए आगे कदम उठाता है।