लिथियम आज के दौर में एक महत्वपूर्ण धातु है, जिसका उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है।
छत्तीसगढ़ समाचार: बिजली और कोयला उत्पादन में अपनी खास पहचान बना चुके छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले को अब लिथियम उत्पादन के लिए भी जाना जाएगा। यहां देश की पहली लिथियम खदान स्थापित होने जा रही है, जिसे केंद्र सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। नीलामी की प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है।
यह जानकारी छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने दी है। मंत्री जायसवाल के अनुसार, कोरबा जिले के कटघोरा क्षेत्र में 256 हेक्टेयर भूमि पर लिथियम का भंडार मिला है। घरीपखना, घुंचापुर और महेशपुर गांवों में सर्वेक्षण के दौरान इस खजाने का पता चला है, और जल्द ही वहां खनन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
खनन शुरू होने पर ग्रामीणों की प्रतिक्रिया:
घरीपखना, घुंचापुर और महेशपुर गांवों में जल्द ही खनन कार्य शुरू होने की घोषणा के बाद, ग्रामीणों से बातचीत में खुशी के बजाय दुख की भावना देखने को मिली। ग्रामीणों ने बताया कि लिथियम की खुदाई के लिए उन्हें अपने घर, जमीन और खेतों से बेदखल होना पड़ेगा, जिससे वे अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों से दूर हो जाएंगे।ग्रामीणों ने यह भी चिंता जताई कि अगर परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी मिल भी जाती है, तो बाकी सदस्यों का क्या होगा? वे चाहते हैं कि सरकार पहले सभी परिवार के सदस्यों को नौकरी दे, उचित मुआवजा प्रदान करे, और उन्हें किसी अन्य स्थान पर बसाने की व्यवस्था करे, तभी खुदाई का काम शुरू हो।