इंटरनेशनल सेल्फ केयर डे 2025: बिना डॉक्टर के भी रखें अपनी सेहत का ध्यान
क्यों जरूरी है सेल्फ-केयर
हर साल 24 जुलाई को इंटरनेशनल सेल्फ केयर डे मनाया जाता है, ताकि लोगों को यह याद दिलाया जा सके कि खुद की सेहत की ज़िम्मेदारी सबसे पहले हमारी अपनी होती है। आज के समय में जिस तरह की भागदौड़ भरी और तनावपूर्ण जीवनशैली अपनाई जा रही है, उसमें छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याएं आम हो गई हैं। ऐसे में हर छोटी बात के लिए डॉक्टर के पास जाना न सिर्फ खर्च बढ़ाता है, बल्कि हमारी आत्मनिर्भरता को भी कम करता है।
WHO की राय में सेल्फ-केयर कितना ज़रूरी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, सेल्फ-केयर केवल एक आदत नहीं बल्कि एक जिम्मेदारी है। यह न केवल हमारी सेहत को बेहतर करता है बल्कि हेल्थ सिस्टम पर बढ़ते दबाव को भी कम करता है। WHO का मानना है कि अगर व्यक्ति खुद से ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ या शुगर जैसी समस्याओं को कंट्रोल करना सीख जाए, तो भविष्य में हार्ट अटैक या स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचा जा सकता है।
एक्सपर्ट की सलाह
रिप्रोडक्टिव हेल्थ और रिसर्च से जुड़ी डॉक्टर मंजुला नरसिम्हन का कहना है कि सेल्फ-केयर जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों को रोकने की एक कुंजी है। वे कहती हैं कि क्रोनिक बीमारियों का इलाज लंबा और खर्चीला होता है, ऐसे में अगर व्यक्ति समय रहते खुद को समझकर जीवनशैली सुधार ले तो भविष्य की समस्याओं से बचा जा सकता है।
अपनाएं ये आसान सेल्फ-केयर टिप्स
- एक्टिव रहना: हर दिन कम से कम 30 मिनट तक वॉक या योग जैसे शारीरिक गतिविधियों को शामिल करें।
- अच्छी नींद: पर्याप्त और गुणवत्तापूर्ण नींद न केवल मानसिक स्वास्थ्य बल्कि शारीरिक ऊर्जा के लिए भी बेहद जरूरी है।
- संतुलित आहार: विटामिन्स, फाइबर और मिनरल्स से भरपूर आहार लें। जंक फूड और अत्यधिक मीठा खाने से बचें।
- तनाव प्रबंधन: माइंडफुलनेस, मेडिटेशन और गहरी सांसों के अभ्यास से तनाव को कम किया जा सकता है।
- नशे से दूरी: तंबाकू और शराब का सेवन पूरी तरह से बंद या कम करें, क्योंकि ये कई बीमारियों की जड़ होते हैं।
निष्कर्ष
सेहत के लिए जागरूक रहना और खुद पर ध्यान देना आज के समय की सबसे बड़ी ज़रूरत बन गया है। सेल्फ-केयर का मतलब यह नहीं है कि डॉक्टर की सलाह की जगह ली जाए, बल्कि यह है कि अपनी रोज़मर्रा की आदतों को इस तरह बनाया जाए कि बीमारी की नौबत ही न आए। WHO की सलाह और आसान उपायों को अपनाकर हम न सिर्फ खुद को स्वस्थ रख सकते हैं बल्कि एक हेल्दी और बैलेंस्ड जीवनशैली को भी अपनाने की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।