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क्या जूतों की गंध से मिर्गी ठीक हो सकती है…

मिर्गी और हिस्टिरिया जैसे दौरे की स्थिति में जूतों की गंध सूंघने की पुरानी परंपरा को लेकर कई मिथक हैं। लेकिन क्या सच में यह उपाय असरदार है? आइए जानते हैं विशेषज्ञों की राय।

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Last updated: December 3, 2024 2:57 PM
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Shoe Odor and Hysteria | Fact Check | Hysteria | Neurology Facts
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Highlights
  • जूते की गंध से इलाज सिर्फ एक मिथक है।
  • मिर्गी के दौरे के दौरान सही उपचार ही महत्वपूर्ण है।
  • हिस्टिरिया और मिर्गी का इलाज जूतों की गंध से नहीं होता

Fact Check-Shoe Odor and Hysteria: क्या जूतों की गंध से मिर्गी या Hysteria ठीक हो सकते हैं?

Shoe Odor and Hysteria: जूते सूंघने की परंपरा और उसका मिथक

Shoe Odor and Hysteria: कई बार हम यह सुनते हैं कि मिर्गी या Hysteria के दौरे के दौरान जूते या मोजे की गंध सूंघने से रोगी की हालत में सुधार हो सकता है। यह एक पुरानी परंपरा है, लेकिन क्या यह सच में कारगर है? दरअसल, यह केवल एक मिथक है। मिर्गी और हिस्टिरिया जैसी गंभीर स्थितियों में जूतों की गंध सूंघने को लेकर बहुत सी मान्यताएँ प्रचलित हैं। विशेष रूप से हिस्टिरिया के दौरान महिलाओं को जूते सूंघने की परंपरा थी। यह परंपरा आज भी कुछ स्थानों पर चल रही है, लेकिन इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।

क्या जूतों की गंध का इलाज में कोई प्रभाव है?

हालांकि, जूतों की गंध पर कुछ अध्ययन हुए हैं, लेकिन वे इसे एक प्रभावी उपचार नहीं मानते। इन शोधों में यह पाया गया कि तेज गंधों जैसे जूतों या अन्य सुगंधित वस्तुओं का उपयोग मस्तिष्क के कुछ विशिष्ट क्षेत्रों को प्रभावित करता है, जो दौरे के दौरान सक्रिय हो सकते हैं। हालांकि, इस गंध से मिर्गी के दौरे को रोकने का कोई प्रमाण नहीं है। अध्ययन यह भी बताते हैं कि यह घ्राण उत्तेजना (olfactory stimulation) मस्तिष्क के दौरे वाले क्षेत्रों पर कुछ असर डाल सकती है, लेकिन यह एक स्थायी इलाज नहीं है।

Neurology Facts: न्यूरोलॉजिस्ट का क्या कहना है?

Neurologist के अनुसार, मिर्गी का दौरा मस्तिष्क में सामान्य विद्युत प्रवाह में गड़बड़ी के कारण होता है। उनका कहना है कि जूतों की गंध सूंघने से मिर्गी के दौरे को नहीं रोका जा सकता है। इसके अलावा, Hysteria जैसी समस्याओं में कभी-कभी तेज गंध से मरीज होश में आ सकता है, लेकिन यह उपाय कभी भी दौरे से संबंधित विकारों के लिए सुरक्षित नहीं है। डॉ. का कहना है कि मिर्गी के दौरे के दौरान जूतों की गंध सूंघने से कोई फायदा नहीं होगा और यह एक मिथक है।

दौरे के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?

कई लोग दौरे के दौरान रोगी के मुंह में चम्मच, रूमाल या उंगली जैसी चीज़ डालने की कोशिश करते हैं। डॉ. इसे भी गलत मानते हैं। उनका कहना है कि इस तरह से मुंह में कोई चीज डालने से मरीज का दांत टूट सकता है, या फिर दांतों के दबाव से उंगली घायल हो सकती है। इसलिए, दौरे के दौरान ऐसा करना खतरनाक हो सकता है।

“खबरीलाल न्यूज़ में यह भी पढ़ें”शादी से पहले मेडिकल टेस्ट: जीवनसाथी के साथ खुशहाल भविष्य सुनिश्चित करें

दौरे के दौरान क्या करें?

अगर आपके सामने कोई व्यक्ति मिर्गी के दौरे से गुजर रहा है, तो सबसे पहले उसे शांत और सुरक्षित स्थान पर ले जाएं। उसे करवट से लिटाएं ताकि वह कफ न निगल सके और निमोनिया का खतरा न हो। दौरे के दौरान आसपास के क्षेत्र को खाली कर दें, ताकि मरीज को सांस लेने में कोई समस्या न हो। यदि आपके पास मिडाज़ोलम नेज़ल स्प्रे है, तो इसका उपयोग करें। यदि दौरा दो मिनट से अधिक समय तक रहता है, तो मरीज को तुरंत अस्पताल ले जाएं। दौरे के बाद मरीज को बेहोशी महसूस हो सकती है, लेकिन यह आमतौर पर 15-20 मिनट में ठीक हो जाता है।

निष्कर्ष: Shoe Odor and Hysteria

इस शोध से यह साफ है कि मिर्गी या Hysteria के दौरान जूतों की गंध सूंघने से कोई स्थायी फायदा नहीं होता। यह केवल एक मिथक है। दौरे के दौरान सही मेडिकल मदद और चिकित्सकीय सलाह सबसे प्रभावी उपाय है।

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