हेपेटाइटिस A वायरस पर बड़ा खुलासा: लिवर में PDAP1 प्रोटीन की भूमिका
वायरस का चकमा:
Hepatitis A virus हजारों सालों से इंसानों के शरीर में रहते आ रहे हैं। वे हमारी कोशिकाओं का इस्तेमाल अपनी संख्या बढ़ाने के लिए करते हैं। कुछ वायरस इतने खतरनाक होते हैं कि बिना किसी लक्षण के immune system को bypass कर देते हैं।
Hepatitis A वायरस कैसे फैलता है?
Hepatitis A वायरस एक highly contagious virus है, जो लिवर में inflammation पैदा करता है। यह दूषित भोजन, पानी या व्यक्ति से व्यक्ति में फैलता है। हालांकि 1990 के दशक से एक प्रभावी vaccine उपलब्ध है, फिर भी 2016 से अब तक अमेरिका में इसके 45,000 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 424 मौतें हुई हैं।
Hepatitis A वायरस की गहराई से समझ
UNC School of Medicine के प्रोफेसर डॉ. स्टैनली एम. लेमन और उनकी टीम 1980 के दशक से हेपेटाइटिस A और अन्य positive-strand RNA viruses का अध्ययन कर रहे हैं। लेमन का कहना है, “यह वायरस लिवर कोशिकाओं को इतनी बारीकी से समझता है कि हम उससे बहुत कुछ सीख सकते हैं, खासकर immune responses और कुछ cancer-related mechanisms।”
PDAP1: Hepatitis A वायरस का नया साथी
हाल ही में, डॉ. लेमन और उनकी टीम ने पाया कि Hepatitis A वायरस PDAP1 नामक प्रोटीन का उपयोग करके लिवर कोशिकाओं को संक्रमित करता है। यह प्रोटीन वायरस को replicate होने में मदद करता है।
कैसे हुई खोज?
शोधकर्ताओं ने CRISPR screening तकनीक का इस्तेमाल करते हुए 19,000 से अधिक human genes को टेस्ट किया। इसमें उन्होंने PDAP1 को वायरस के संक्रमण में महत्वपूर्ण पाया। PDAP1 पहले gastrointestinal cancers और glioblastoma से जोड़ा गया था, लेकिन इसके functioning पर ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं थी।
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प्रोटीन और इम्यून सिस्टम का कनेक्शन
PDAP1 प्रोटीन immune cells को stress से बचाकर infection-fighting antibodies बनाने में मदद करता है। जब इस प्रोटीन को हटाया गया, तो immune cells कमजोर हो गईं और एंटीबॉडी नहीं बना सकीं।
लिवर की stress response का फायदा
लिवर कोशिकाएं तब तनाव में आती हैं, जब वे संक्रमण या metabolic imbalance का सामना करती हैं। इस दौरान, वे अपनी सामान्य protein production बंद करके केवल survival proteins बनाती हैं। हेपेटाइटिस A वायरस इस प्रक्रिया का फायदा उठाकर अपनी proteins का निर्माण करता है।
PDAP1 के बिना वायरस असफल
शोधकर्ताओं ने CRISPR-Cas9 तकनीक का इस्तेमाल करते हुए PDAP1 को लिवर कोशिकाओं और चूहों से हटा दिया। उन्होंने पाया कि PDAP1 के बिना हेपेटाइटिस A वायरस न तो अपनी संख्या बढ़ा पाया और न ही संक्रमण फैला पाया। PDAP1 की अनुपस्थिति में वायरस लिवर की stress response का लाभ नहीं उठा सका।
भविष्य की संभावनाएँ
यह खोज हेपेटाइटिस A वायरस के खिलाफ नए इलाज विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। PDAP1 को target करके ऐसे उपचार तैयार किए जा सकते हैं, जो वायरस को लिवर की cellular machinery का उपयोग करने से रोक सकें।
यह शोध न केवल हेपेटाइटिस A के लिए बल्कि अन्य वायरस और लिवर संक्रमण के लिए भी मददगार साबित हो सकता है।