कोरोना के बाद अब चमगादड़ से फैल रहा नया वायरस, 90% मरीजों के लिए जानलेवा
कोरोना महामारी के बाद अब एक नया वायरस हमारे सामने आ गया है, जो चमगादड़ों से फैलने की संभावना रखता है। इस नए वायरस का नाम है मारबर्ग (Marburg), और यह 90% मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। अब तक दुनिया भर में इस वायरस से 8 लोगों की मौत हो चुकी है। अफ्रीकी देशों से भारत आने वाले लोगों के लिए यह वायरस एक नई चिंता का विषय बन गया है।
मारबर्ग वायरस क्या है?
मारबर्ग वायरस एक बेहद खतरनाक वायरस है, जो मुख्य रूप से चमगादड़ों के जरिए फैलता है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसकी प्रकृति भी कोविड-19 की तरह ही है, जिससे यह वायरस तेजी से फैल सकता है। यह वायरस खासकर पूर्वी अफ्रीका के देशों में सक्रिय है, और इसके लक्षण कोरोना के लक्षणों से काफी मिलते-जुलते हैं।
नए वायरस के लक्षण
मारबर्ग वायरस के संक्रमित होने पर मरीजों में कई गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं। इसके लक्षणों में बुखार, मुंह का स्वाद न आना, गंभीर सिरदर्द, और बदन दर्द शामिल हैं। इसके अलावा, मरीजों को दस्त, पेट में गांठ जैसा महसूस होना, उल्टी, और पेट में दर्द जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
वर्तमान स्थिति
फिलहाल, मारबर्ग वायरस का प्रकोप पूर्वी अफ्रीका के रवांडा में बढ़ रहा है। वहां अब तक इस वायरस के 26 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस स्थिति को देखते हुए अफ्रीकी देशों में चेतावनी जारी की है और लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग रखने की सलाह दी है।
निगरानी में 160 लोग
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, रवांडा के 30 जिलों में यह संक्रमण फैल चुका है। जिन 26 मरीजों की पहचान की गई है, उनमें से 20 की हालत गंभीर बनी हुई है। इसके साथ ही, इस वायरस के संपर्क में आए करीब 160 लोगों की निगरानी की जा रही है ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। संक्रमित मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया है ताकि अन्य लोगों को इससे बचाया जा सके।
भारत में खतरा
भारत में भी अफ्रीकी देशों से आने वाले लोगों के माध्यम से मारबर्ग वायरस फैलने का खतरा बना हुआ है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने सभी संबंधित एयरपोर्ट्स पर सतर्कता बढ़ा दी है और यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके साथ ही, लोगों को इस वायरस के लक्षणों के प्रति जागरूक करने के लिए जन जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
सुरक्षा उपाय
विशेषज्ञों का मानना है कि इस वायरस से बचने के लिए लोगों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए। मास्क पहनना, हाथों को नियमित रूप से धोना, और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बेहद जरूरी है। यदि कोई व्यक्ति ऐसे लक्षणों का अनुभव करता है जो मारबर्ग वायरस से संबंधित हो सकते हैं, तो उसे तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।
निष्कर्ष
कोरोना के बाद अब मारबर्ग वायरस एक नया खतरा बनकर उभरा है। इसके लक्षण और प्रभाव गंभीर हो सकते हैं, इसलिए सावधानी बरतना आवश्यक है। वर्तमान में, रवांडा में स्थिति गंभीर है, और हमें इस वायरस के प्रति जागरूक रहना होगा। भारत में भी इस वायरस के फैलने की संभावनाओं को देखते हुए सभी को सजग रहना चाहिए ताकि हम सुरक्षित रह सकें और इस खतरे को टाल सकें।