किस उम्र में ज्यादा हो जाते हैं Sensitive teeth ? जानिए कारण और बचाव के तरीके
दांत हमारी बॉडी के अहम अंगों में से एक हैं, और आजकल लोग डेंटल समस्याओं से काफी जूझ रहे हैं। उनमें से सबसे ज्यादा परेशान करने वाली समस्या है “Sensitive Teeth” या “दांतों में संवेदनशीलता।” इसे मेडिकल भाषा में डेंटिन hypersensitivity (Painful teeth) के नाम से भी जाना जाता है। यह समस्या खासकर 20 से 50 साल की उम्र के लोगों में देखने को मिलती है, और रिसर्च बताती है कि इस समस्या से महिलाओं की संख्या अधिक प्रभावित होती है।
Sensitive Teeth के कारण
- मसूड़ों का पीछे हटना: एक सबसे आम कारण है मसूड़ों का पीछे हटना। इसमें मसूड़े धीरे-धीरे दांतों से दूर हो जाते हैं, जिससे दांत एक्सपोज़ हो जाते हैं और सेंसिटिविटी (Painful teeth) बढ़ जाती है।
- इनेमल पर एसिडिक पदार्थों का जमना: दांतों की बाहरी परत, जिसे इनेमल कहा जाता है, Acidic Foods और ड्रिंक्स के कारण कमजोर हो जाती है। इससे दांतों में गर्म, ठंडा या मीठा खाने पर तेज दर्द या sensitivity महसूस होती है।
- दांतों में सड़न: Cavity या दांतों में छेद होना भी दांतों की संवेदनशीलता का एक बड़ा कारण हो सकता है। जब दांत कमजोर हो जाते हैं, तो वो आसानी से सेंसिटिव हो जाते हैं।
- गलत तरीके से ब्रश करना: अगर आप हार्ड ब्रिसल वाले Toothbrush का इस्तेमाल करते हैं या बहुत जोर से ब्रश करते हैं, तो इससे मसूड़ों को नुकसान हो सकता है और सेंसिटिविटी बढ़ सकती है।
- एसिडिटी और बड़ी बाइट्स: जिन लोगों को अक्सर Acidity की समस्या रहती है या खाने में बड़ी बाइट्स लेते हैं, उनके दांतों पर भी सेंसिटिविटी का असर पड़ सकता है।
Sensitive Teeth से राहत के उपाय
- सही टूथपेस्ट का चुनाव: प्राकृतिक गुणों वाला और फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें। ज्यादा केमिकल वाले टूथपेस्ट से दांतों को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए अच्छे ब्रांड का सेलेक्शन करें।
- फ्लोराइड वाला माउथवॉश: फ्लोराइड आपके दांतों के इनेमल को मजबूत बनाता है और सेंसिटिविटी कम करता है। ब्रश करने के बाद फ्लोराइड माउथवॉश का इस्तेमाल करने से दांतों की सुरक्षा और बढ़ जाती है।
- नमक के पानी से कुल्ला: गर्म पानी में नमक मिलाकर कुल्ला करने से दांतों और मसूड़ों की सूजन में राहत मिलती है। रोजाना इसका उपयोग करने से संवेदनशीलता कम हो सकती है।
- ऑयल पुलिंग: नारियल तेल से मुंह को 10-15 मिनट तक घुमाने की यह तकनीक बैक्टीरिया को कम करती है और दांतों व मसूड़ों को हेल्दी बनाए रखने में मदद करती है। यह एक पुरानी लेकिन कारगर तकनीक है जिसे अब फिर से ट्रेंड में देखा जा रहा है।
अन्य टिप्स
- हल्के ब्रिसल्स वाला ब्रश चुनें, ताकि मसूड़ों को नुकसान न पहुंचे।
- ग्रीन टी पिएं, जो एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होती है और दांतों की सेहत में मदद करती है।
- नियमित रूप से पानी पीते रहें ताकि मुंह में हाइड्रेशन बना रहे।
- बाहर के खाने से बचें और हेल्दी डाइट पर ध्यान दें।
दांतों की सेंसिटिविटी उम्र के साथ बढ़ सकती है, लेकिन सही देखभाल और सावधानियों से इसे कंट्रोल में रखा जा सकता है।