इज़राइल ने हाल ही में हिजबुल्ला के खिलाफ अपने सैन्य अभियान को और तेज कर दिया है, जिसमें लेबनान की राजधानी बेरूत में कई मिसाइल हमले शामिल हैं। इस दौरान, इज़राइली सेना (IDF) ने यह दावा किया कि हिजबुल्ला की रसद इकाई के प्रमुख सुहैल हुसैन हुसैनी की मौत हो गई। IDF के अनुसार, ये हमले सटीक इंटेलिजेंस निर्देशों के तहत किए गए थे, जिसमें हुसैनी को एक विशेष परिसर में निशाना बनाया गया। हालांकि, हिजबुल्ला ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इससे पहले, IDF ने गाजा में हमास के तीन प्रमुख नेताओं की हत्या की भी जानकारी दी थी। इनमें रावी मुश्तहा, समेह सिराज और समेह औदेह शामिल थे। यह घटनाक्रम इज़राइल और हिजबुल्ला के बीच बढ़ते तनाव का हिस्सा है, जो पिछले साल अक्टूबर में हमास के हमले के बाद और बढ़ गया है। उस हमले के परिणामस्वरूप गाजा में व्यापक हिंसा हुई, जिसमें हजारों लोग मारे गए और बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए।
इज़राइल और हिजबुल्ला के बीच यह संघर्ष मध्य पूर्व में सुरक्षा स्थिति को और अधिक जटिल बना रहा है। इसके अलावा, इज़राइल की कार्रवाइयाँ केवल हिजबुल्ला ही नहीं, बल्कि ईरान समर्थित अन्य समूहों पर भी ध्यान केंद्रित कर रही हैं, जो क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन घटनाओं ने न केवल क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित किया है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चिंता बढ़ाई है, जिससे कई देशों को इस मुद्दे पर विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।