तेल अवीव: इजरायल ने हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह को एक एयर स्ट्राइक में मार गिराया है। इजरायल के तीन वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों के अनुसार, इजरायल कई महीनों से नसरल्लाह की लोकेशन पर नजर रखे हुए था। शुक्रवार को हमला करने का निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि उन्हें लगा कि नसरल्लाह को मारने का एक छोटा मौका मिला है। यदि यह मौका खो दिया गया, तो नसरल्लाह फिर से गायब हो सकता था। इस संबंध में न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) में रिपोर्ट प्रकाशित हुई है।
NYT के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि नसरल्लाह को मारने के लिए कई मिनटों में 80 से अधिक बम गिराए गए। हालांकि, उन्होंने बमों के वजन या मॉडल की जानकारी साझा नहीं की। हसन नसरल्लाह की मौत की पुष्टि शनिवार को की गई। रिपोर्ट के अनुसार, एक सूत्र ने बताया कि इस ऑपरेशन की योजना प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण देने से एक हफ्ते पहले ही बनाई गई थी।
कौन बन सकता है हिजबुल्लाह का चीफ?
इजरायली अधिकारियों के अनुसार, हाशम सफीद्दीन हिजबुल्लाह के जीवित बचे शीर्ष कमांडरों में से एक हैं, जो एयर स्ट्राइक के समय मौके पर नहीं थे। अधिकारियों का मानना है कि सफीद्दीन को हिजबुल्लाह का नया चीफ घोषित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि शनिवार को नसरल्लाह के शव की पहचान हिजबुल्लाह के लोगों द्वारा की गई, साथ ही हाई लेवल कमांडर अली कराकी के शव की भी पहचान की गई।
लेबनान को लेकर अमेरिका अलर्ट
अमेरिकी विदेश विभाग ने 2017 में सफीद्दीन को आतंकी घोषित किया था। हिजबुल्लाह की राजनीति वह देखता है। Nasarullah की मौत के बाद, अमेरिका भी अलर्ट पर है। शनिवार को अमेरिकी विदेश विभाग ने उन राजनयिकों के परिवारों को लेबनान छोड़ने का आदेश दिया जो बेरूत में दूतावास की ओर से नियुक्त नहीं किए गए हैं। शनिवार को विदेश विभाग ने कहा, “बेरूत में हवाई हमलों के बाद बढ़ी अस्थिरता और पूरे लेबनान में सुरक्षा के संकट को देखते हुए अमेरिकी दूतावास अमेरिकी नागरिकों को लेबनान छोड़ने का आग्रह करता है।