तेल अवीव से आ रही रिपोर्ट्स के अनुसार, गाजा में चल रही लड़ाई के बीच हमास नेता याह्या सिनवार की संभावित मौत की खबरें सामने आई हैं। इजरायली मीडिया के मुताबिक, इजरायल इस संभावना की जांच कर रहा है कि हाल ही में हुए हवाई हमले में सिनवार मारा गया है। इजरायली पत्र बेन कैस्पिट ने बताया है कि इस जांच के लिए सैन्य खुफिया जानकारी का सहारा लिया जा रहा है।
खुफिया जानकारी के अनुसार, याह्या सिनवार गाजा में इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) के ऑपरेशन के दौरान मारे जाने की संभावना है। कैस्पिट ने बताया कि अतीत में कई बार ऐसा हुआ है जब सिनवार अचानक गायब हो गए थे और लोगों को लगा था कि वह मर चुके हैं, लेकिन वह फिर से सामने आ गए। वहीं, इजरायली पत्रकार बराक रविद ने बताया कि यरुशलम के पास ऐसी कोई खुफिया जानकारी नहीं है जो हमास नेता की मौत की पुष्टि करती हो। यह स्थिति अभी भी अनिश्चित बनी हुई है।
इजरायली पत्रकार बराक रविद ने एक अधिकारी के हवाले से कहा कि याह्या सिनवार के बारे में जो भी उम्मीदें और अनुमान हैं, वे इस तथ्य पर आधारित हैं कि हाल के हफ्तों में उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया है। सिनवार को 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए बड़े आतंकी हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है, जिसमें 1200 से अधिक इजरायली मारे गए और 254 इजरायलियों को अपहरण कर गाजा में ले जाया गया। इस हमले के बाद इजरायल ने गाजा में एक बड़े सैन्य अभियान की शुरुआत की थी।
वाल्ला न्यूज वेबसाइट के अनुसार, इजरायली आंतरिक खुफिया एजेंसी शिन बेट ने सिनवार की मौत की रिपोर्ट को खारिज कर दिया है और उनका मानना है कि वह जीवित है। यरुशलम पोस्ट के मुताबिक, आईडीएफ ने कहा कि वे हमास प्रमुख याह्या सिनवार की मौत की रिपोर्ट की न तो पुष्टि कर सकते हैं और न ही खंडन। पोस्ट ने विभिन्न स्रोतों से बातचीत की, लेकिन किसी ने भी ऐसे किसी ऑपरेशन का जिक्र नहीं किया जो आईडीएफ ने सिनवार को मारने के लिए चलाया हो।
यह संभावना है कि कुछ इजरायली अधिकारी हमास कमांडरों के खिलाफ मनोवैज्ञानिक युद्ध का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे वे कब्जे में इजरायली बंधकों को वापस करने के लिए डील करने पर मजबूर हो सकें। दिसंबर में भी ऐसी रिपोर्ट आई थीं कि याह्या सिनवार मरा हुआ है या घायल होकर सिनाई भाग गया है। कुछ स्रोतों ने यह भी दावा किया था कि वह नेटवर्क से कट गया है और अब उसके पास कमान नहीं है। हालांकि, बाद में यह स्पष्ट हुआ कि सिनवार ने अपनी छिपने की रणनीति के तहत संपर्क से बाहर रहने का फैसला किया था।