लेबनान में हिज़्बुल्लाह के सदस्यों के पेजर्स में मंगलवार (17 सितंबर) को हुए सीरियल ब्लास्ट ने देश को हिलाकर रख दिया। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई है, जबकि करीब 2800 लोग घायल हुए हैं। इनमें से लगभग 200 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस अप्रत्याशित घटना के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है, और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है।
ईरान की स्थानीय न्यूज एजेंसी के अनुसार, लेबनान में हुए सीरियल ब्लास्ट में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी के घायल होने की खबर है। सुरक्षा सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि इन धमाकों में हिज्बुल्लाह के लड़ाके और चिकित्सक भी शामिल हैं। हिज्बुल्लाह के लड़ाकों द्वारा कम्युनिकेशन के लिए उपयोग किए जा रहे पेजर्स में हुए विस्फोटों से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। घटना की जांच और राहत कार्यों के लिए सुरक्षा एजेंसियां तेजी से काम कर रही हैं।
सीरियल ब्लास्ट से लेबनान में हड़कंप, हिज्बुल्लाह को निशाना बनाने का दावा
लेबनान में हुए सीरियल धमाकों के बाद अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया, चारों तरफ चीख-पुकार की आवाजें सुनाई दीं। हालांकि, इन धमाकों में अभी तक किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इन धमाकों का निशाना अमेरिका द्वारा घोषित आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह को बनाया गया था। धमाके बेरूत में हुए, जहां हिज्बुल्लाह की मौजूदगी है। हिज्बुल्लाह पर अमेरिका और यूरोपीय संघ ने प्रतिबंध लगाया हुआ है, जबकि ईरान इसका समर्थन करता है। सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच में जुटी हैं।
लेबनान में पेजर्स में हुए सीरियल ब्लास्ट के बाद हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर हमले का आरोप लगाया है। हिज्बुल्लाह ने इस घटना को अपनी सबसे बड़ी सुरक्षा चूक करार दिया और कहा कि सभी पेजर्स एक साथ फटे, जिससे यह हमला और भी गंभीर हो गया। यह सीरियल ब्लास्ट अपने तरह की पहली घटना है, जिसने पूरे लेबनान में हड़कंप मचा दिया।
गाजा में इजरायल के हमलों के बाद हिज्बुल्लाह और इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) के बीच तनाव चरम पर है। दोनों पक्षों के बीच हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। रॉयटर्स ने इस संबंध में IDF से प्रतिक्रिया मांगी, लेकिन उन्होंने इस मुद्दे पर बयान देने से इनकार कर दिया। हिज्बुल्लाह और इजरायल के बीच इस बढ़ते तनाव ने क्षेत्रीय सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।