Russia-Ukraine में भीषण संघर्ष: कीव ने बदला कमांडर, सीरिया में रूस ने सैनिकों को बुलाया
डोनेट्स्क में बदले कमांडर, यूक्रेन बैकफुट पर
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में रूसी सेना की तेजी से बढ़त के बीच यूक्रेन ने अपने पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र में सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे कमांडर को बदल दिया है। यूक्रेनी अधिकारी ने बताया कि जनरल आलेक्जेंडर टार्नावस्की को जनरल आलेक्जेंडर लुट्सेंको की जगह ऑपरेशनल और टैक्टिकल ग्रुप डोनेट्स्क का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है। इस कदम के पीछे उद्देश्य रूसी सेना की तेजी से बढ़ती चुनौती का सामना करना है।
रूसी सैनिकों ने पोक्रोव्स्क के पास कई यूक्रेनी ठिकानों को नष्ट कर दिया है। यूक्रेन अब युद्ध के मैदान में बैकफुट पर है और रणनीतिक रूप से अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहा है।
सीरिया में रूसी सेना की वापसी
रूस ने उत्तरी सीरिया और अल्वाइट पर्वतीय क्षेत्र में तैनात अपने सैनिकों को वापस सैन्य अड्डों पर बुला लिया है। हालांकि, रूस ने यह स्पष्ट किया है कि वह इन अड्डों को नहीं छोड़ेगा, क्योंकि वे अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से लड़ाई में अहम भूमिका निभाते हैं। ये अड्डे बशर अल-असद की सरकार को समर्थन देने के लिए स्थापित किए गए थे।
सीरिया में रूस का वायुसेना का अड्डा लताकिया के मिमीम क्षेत्र में और नौसेना का अड्डा टार्टस में स्थित है। शुक्रवार को सेटेलाइट से मिली तस्वीरों में लताकिया के वायुसेना अड्डे पर भारी सामान को रूस भेजने की तैयारी दिखी। एंतोनोव एएन-124 मालवाहक विमान, जो दुनिया का सबसे बड़ा मालवाहक विमान है, वहां से उड़ान भरते देखा गया।
असद का रूस से करीबी रिश्ता
बशर अल-असद और उनके पिता हाफिज अल-असद के रूस से हमेशा मजबूत रिश्ते रहे हैं। बशर असद ने भी हाल ही में रूस में शरण ली थी। आठ दिसंबर को उनका विमान दमिश्क से लताकिया के रूसी अड्डे पर पहुंचा और वहां से मास्को के लिए रवाना हुआ।
भारतीयों की सुरक्षित वापसी
सीरिया में युद्ध के बीच छह और भारतीय नागरिक शनिवार को सुरक्षित रूप से नई दिल्ली पहुंचे। सीरियाई संघर्ष के कारण वहां से भारतीयों को लगातार निकाला जा रहा है।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी यह युद्ध अब वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक परिस्थितियों को और जटिल बना रहा है। दूसरी ओर, सीरिया में रूस की गतिविधियां उसकी रणनीति में बदलाव का संकेत देती हैं।