विराट का दिल जीतने वाला अंदाज, शमी की मां को लगाया गले
चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर भारतीय टीम ने मनाया जश्न
भारतीय क्रिकेट टीम ने एक बार फिर इतिहास रच दिया! दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर टीम इंडिया ने 12 साल बाद यह प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किया। 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में यह ट्रॉफी जीतने के बाद भारतीय टीम ने पहली बार इस खिताब को दोबारा हासिल किया। इस ऐतिहासिक जीत का जश्न पूरे मैदान में देखने को मिला, लेकिन इसी दौरान एक ऐसा पल सामने आया जिसने हर क्रिकेट प्रेमी का दिल छू लिया।
विराट ने छुए शमी की मां के पैर, मिला गले लगाने का प्यार
मैदान में भारतीय खिलाड़ियों के साथ उनके परिवार वाले भी इस खुशी का हिस्सा बने। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का परिवार भी वहां मौजूद था। इसी दौरान जब विराट कोहली ने शमी की मां अंजुम आरा के पैर छुए, तो उन्होंने झट से कोहली को गले से लगा लिया। यह दृश्य हर क्रिकेट फैन के लिए बेहद भावुक करने वाला था।
ट्रोलर्स को करारा जवाब
यह तस्वीर उन लोगों को करारा जवाब है जो मोहम्मद शमी जैसे देशभक्त क्रिकेटर को धर्म के नाम पर ट्रोल करने से पीछे नहीं हटते। विराट कोहली पहले भी इस तरह की नकारात्मक सोच के खिलाफ खड़े होते रहे हैं। इससे पहले टी20 वर्ल्ड कप के दौरान उन्होंने अरशदीप सिंह के समर्थन में आवाज उठाई थी, जब उन्हें सिख होने की वजह से ट्रोल किया गया था।
शमी के परिवार संग फोटो सेशन
शमी की मां से मिलने के बाद विराट ने उनके परिवार के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। इस दौरान शमी की बहन और भाई भी उनके साथ नजर आए। यह पूरा नजारा कैमरे में कैद हो गया और जब सोशल मीडिया पर यह तस्वीरें सामने आईं तो फैंस विराट के इस भावनात्मक अंदाज की तारीफ किए बिना नहीं रह सके।
फाइनल में विराट और शमी रहे फ्लॉप
हालांकि, इस बड़े मुकाबले में विराट कोहली और मोहम्मद शमी अपने प्रदर्शन से ज्यादा प्रभावित नहीं कर सके। विराट कोहली सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गए, जबकि शमी ने 9 ओवरों में 74 रन लुटाए। लेकिन इस सबके बावजूद टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन किया और चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।
भारत का अजेय अभियान
न्यूजीलैंड ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 251 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने पहले विकेट के लिए 105 रनों की बेहतरीन साझेदारी की। श्रेयस अय्यर और केएल राहुल ने भी अहम योगदान दिया और भारत को जीत की ओर ले गए। भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में एक भी मुकाबला नहीं हारा और अजेय रहते हुए चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम कर ली।
विराट कोहली का यह अंदाज दिखाता है कि क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि इससे भावनाएं भी जुड़ी होती हैं। मैदान में जीत-हार मायने रखती है, लेकिन इंसानियत और आपसी सम्मान उससे भी ऊपर है।