सुकांत मजूमदार का गंभीर आरोप: TMC संदीप घोष को बचाने की कोशिश कर रही है
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को बचाने के लिए प्रयासरत है। मजूमदार ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने घोष को एक के बाद एक पदों पर नियुक्त किया—पहले आरजी कर में प्रिंसिपल के रूप में, फिर नेशनल मेडिकल कॉलेज में भेजा, और अंततः स्वास्थ्य विभाग में विशेष कार्य अधिकारी के पद पर नियुक्त किया।
मजूमदार का कहना है कि पार्टी उस व्यक्ति को बचाने की कोशिश कर रही है, जिन पर सबसे ज्यादा आरोप लगे हैं। हालांकि, 28 अगस्त को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने घोष की सदस्यता रद्द कर दी थी और 3 सितंबर को राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने भी उन्हें सस्पेंड कर दिया था।
संदीप घोष ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष ने 4 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की, जिसमें उसने 13 अगस्त को हाईकोर्ट द्वारा दिए गए आदेश को चुनौती दी है। हाईकोर्ट ने इस आदेश में CBI को आरजी कर रेप-हत्या केस और अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी की जांच सौंप दी थी। सुप्रीम कोर्ट इस याचिका पर 6 सितंबर को सुनवाई करेगा।
3 सितंबर को अलीपुर जजेज कोर्ट ने संदीप घोष और तीन अन्य लोगों को 8 दिन की CBI कस्टडी में भेजा, जिन पर आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय गड़बड़ी का आरोप है।