भारी बारिश, स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी, दफ्तर बंद…तमिलनाडु में जलभराव से हालात खराब, IMD का 3 दिन का रेड अलर्ट
तमिलनाडु में भारी बारिश के कारण हालात गंभीर हो गए हैं, और मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने स्थिति को ध्यान में रखते हुए कुछ निर्देश जारी किए हैं। पिछले दो दिनों से जारी बारिश के चलते राज्य में जलभराव और तूफानी हवाओं की संभावना बढ़ गई है, जिससे समुद्री लहरें भी तटों से टकराने लगी हैं।
मुख्यमंत्री ने चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू में स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है। आईटी कंपनियों को भी अगले 18 अक्टूबर तक वर्क फ्रॉम होम लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है, और मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। जलभराव के कारण विभिन्न क्षेत्रों में आवाजाही में दिक्कतें हो सकती हैं, और बाढ़ जैसी संभावित चुनौतियों का सामना करने के लिए सरकार पूरी तरह तैयार है। NDRF हाई अलर्ट पर है।
क्यों हो रही तमिलनाडु में भारी बारिश?
सोमवार सुबह बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में कम दबाव का क्षेत्र बना, जो आगे चलकर उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों की ओर बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मद्देनज़र, मुख्यमंत्री ने राज्य की आपदा प्रबंधन समिति की बैठक बुलाई। बैठक में चेन्नई निगम आयुक्त ने बताया कि जलभराव प्रबंधन के लिए 990 पंप और पंप सेट के साथ 57 ट्रैक्टर तैयार हैं।
साथ ही, 36 मोटर बोट, 46 मीट्रिक टन ब्लीच पाउडर, 25 मीट्रिक टन चूना पाउडर और फिनाइल भी तैयार रखा गया है। उप-मुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने बाढ़ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए नारायणपुरम झील और अंबेडकर रोड नहरों का सर्वेक्षण किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बताया कि चेन्नई के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है, इसलिए मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सर्वेक्षण किया गया।