नई दिल्ली|
मेरा संकल्प और मजबूत हुआ है: मनीष सिसोदिया
जेल में बिताए समय के दौरान हुए परिवर्तन के बारे में सिसोदिया ने कहा कि यह कहना मुश्किल है, लेकिन जिन चीजों की मुझे जानकारी थी, उन पर मेरी समझ और बढ़ी है। मेरा संकल्प और गहरा हुआ है कि शिक्षा पर काम किए बिना भारत आगे नहीं बढ़ सकता। मैंने हमेशा कहा था कि हम शिक्षा पर काम करेंगे, और यह संकल्प जेल में और भी गहरा हो गया है। भारत को विकसित देश बनाना है तो सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बनाना होगा। मैंने जेल में अध्यात्म पर भी खूब अध्ययन किया, जिसमें रामायण, रामचरितमानस, गीता और उपनिषद शामिल थे। मैंने क्वांटम फिजिक्स और स्टीफन हॉकिंग को भी पढ़ा। मुझे लगा कि जेल में मिला खाली समय किताबों और खुद को समझने में लगाया जाए।
कार्यकर्ताओं ने उठाया है सर्वाधिक कष्ट
सिसोदिया ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में मैं जेल में था, लेकिन मुझसे ज्यादा कष्ट मेरे कार्यकर्ताओं ने उठाया। वे 24 घंटे सड़क पर रहते थे, तनाव में थे, जबकि मैं जेल के अंदर था, पढ़ता था, और सुबह-शाम खाना खाता था। जब आप अच्छे काम के लिए लड़ेंगे, तो जेल जाने से नहीं डरना चाहिए। जेल में रहते हुए मैंने देखा कि पार्टी के कार्यकर्ता एकजुट होकर सड़क पर कानूनी और राजनीतिक लड़ाई लड़ रहे हैं, जिससे मुझे अपनी पार्टी पर गर्व महसूस हुआ।
अब बीजेपी के संकट दौर आएगा
सिसोदिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी पर अब तक का सबसे बड़ा संकट आया था, जब उसके शीर्ष नेतृत्व को जेल में डाल दिया गया और केंद्र सरकार उसे कुचलने में लगी रही। लेकिन पार्टी के नेता, विधायक और कार्यकर्ता एकजुट रहे। अब बीजेपी का संकट शुरू होने वाला है, और हम इसके खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जेल से बाहर आने के बाद उनकी प्राथमिकता पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता के बीच जाना होगी, जिनसे वे पिछले 17 महीने से नहीं मिल पाए।
मेरी भूमिका केजरीवाल तय करेंगे
सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल से अभी उनकी कोई सलाह-मशविरा नहीं हो पाई है क्योंकि वे भी जेल में हैं, लेकिन वे जल्द ही बाहर आएंगे। इसके बाद केजरीवाल जो भूमिका तय करेंगे, उसी के अनुसार काम करेंगे। फिलहाल, उनकी योजना पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने की है, जो उनके लिए 17 महीने से दुआएं कर रहे हैं।
कांग्रेस के साथ गठबंधन पर क्या कहा?
कांग्रेस के साथ गठबंधन के सवाल पर सिसोदिया ने कहा कि हर पार्टी चुनाव अपने हित में लड़ती है, लेकिन देश के लिए एक होने की जरूरत है। देश में लोकतंत्र संकट में है और विपक्षी पार्टियों को निशाना बनाया जा रहा है, इसलिए सभी को एकजुट होना होगा।
मैंने कुछ गलत नहीं किया
शराब घोटाले से जुड़े सवाल पर सिसोदिया ने कहा कि अगर आप गलत नहीं हैं, तो डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के हित में जो भी जरूरी होगा, वे करते रहेंगे, चाहे इसके लिए कितनी भी चुनौतियां आएं।