केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बुधवार को पुष्टि की कि मल्लपुरम जिले में मंकी पॉक्स (एमपॉक्स) का एक मामला सामने आया है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि निपाह वायरस से मरने वाले युवक के संपर्क में आए 10 लोगों के नमूने निगेटिव आए हैं। कुल 266 लोगों की निगरानी की जा रही है, जिनमें से उच्च जोखिम श्रेणी के 26 लोगों के नमूने भी निगेटिव रहे हैं।
मंत्री ने फेसबुक पोस्ट के जरिए बताया कि मंकीपॉक्स के लक्षणों के कारण एक 38 वर्षीय व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मल्लपुरम में मंकीपॉक्स की पुष्टि उस व्यक्ति में हुई है, जो संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से आया था। स्वास्थ्य विभाग ने सभी प्रवासियों, खासकर लक्षण प्रदर्शित करने वाले लोगों से आग्रह किया है कि वे तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें और चिकित्सा सहायता प्राप्त करें।
मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में आइसोलेशन की सुविधाएं और उपचार की व्यवस्था की है, और राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में भी उपचार उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि मंकीपॉक्स पिछले कई वर्षों से अफ्रीका के कुछ हिस्सों में एक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती रही है, लेकिन 2022 में यह अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय बन गया।
मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि निपाह वायरस के लिए जांच में पिछले हफ्ते मरने वाले 24 वर्षीय युवक के संपर्क में आए दस लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुल 266 लोगों में से उच्च जोखिम श्रेणी के 26 लोगों के नमूने भी निगेटिव निकले हैं। बुधवार को संपर्क सूची में 11 नए लोगों को जोड़ा गया, जिनमें पांच उच्च जोखिम वाले थे। संपर्क सूची में कुल 81 स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। मंत्री ने स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की और स्थिति का जायजा लिया। यह युवक 9 सितंबर को निपाह वायरस से संक्रमित होकर मृत हो गया था। निपाह वायरस के मामले पहले भी कोझिकोड और एर्नाकुलम जिलों में देखे जा चुके हैं।