Maharashtra CM पद पर विवाद: देवेंद्र फडणवीस को सीएम बनाने पर अड़ा बीजेपी नेतृत्व
“बिहार मॉडल” लागू करने से इनकार
महाराष्ट्र में नई महायुति सरकार के गठन को लेकर Maharashtra CM पद पर खींचतान जारी है। बीजेपी ने शिवसेना के नेताओं द्वारा सुझाए गए “बिहार मॉडल” को खारिज कर दिया है, जिसमें शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की गई थी।
बीजेपी ने स्पष्ट किया कि बिहार में नीतीश कुमार को सीएम बनाने का वादा चुनाव से पहले किया गया था, लेकिन महाराष्ट्र में ऐसा कोई वादा नहीं किया गया। बीजेपी के अनुसार, महाराष्ट्र में पार्टी की मजबूत संगठनात्मक स्थिति और चुनाव में 132 सीटों पर बड़ी जीत के बाद फडणवीस का सीएम बनना तय है।
शिंदे समर्थकों का दबाव और बीजेपी की रणनीति
बीजेपी ने शिंदे समर्थकों द्वारा मुख्यमंत्री पद के लिए बनाए जा रहे दबाव को नकारात्मक रूप से लिया है। दिल्ली में पार्टी नेतृत्व ने स्पष्ट रूप से शिंदे और अजीत पवार को संदेश दिया है कि देवेंद्र फडणवीस अगले मुख्यमंत्री होंगे।
सूत्रों के अनुसार, जल्द ही मुंबई में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी की संयुक्त बैठक हो सकती है, जिसमें फडणवीस की उम्मीदवारी को समर्थन दिया जाएगा। इसके साथ ही शिंदे को केंद्रीय मंत्री पद या राज्य में महत्वपूर्ण विभागों की पेशकश की जा सकती है।
महायुति में सहमति और शपथ ग्रहण की तैयारी
शिवसेना और एनसीपी ने भी संकेत दिए हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के फैसले को सभी दल स्वीकार करेंगे। शिवसेना के वरिष्ठ नेता दीपक केसरकर ने कहा कि शिंदे किसी भी तरह से नाराज नहीं हैं और महायुति के भीतर कोई मतभेद नहीं है।
इसके साथ ही, बीजेपी ने शपथ ग्रहण समारोह को भव्य आयोजन बनाने की योजना बनाई है, ताकि विपक्ष को एक मजबूत संदेश दिया जा सके। नई सरकार में मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्रियों के साथ क्षेत्रीय और जातीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए कैबिनेट का गठन किया जाएगा।
शिंदे के बयान और सलाह
एकनाथ शिंदे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर महायुति सरकार के प्रति विश्वास जताया और समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की। वहीं, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (A) के प्रमुख रामदास अठावले ने शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनने या केंद्र में मंत्री पद स्वीकारने की सलाह दी।
फडणवीस पर भरोसा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवेंद्र फडणवीस को “मेरा परम मित्र” संबोधित करते हुए नई सरकार के गठन में उनकी भूमिका की सराहना की। महायुति की नई सरकार का गठन अगले 8-10 दिनों में होने की संभावना है।