जिससे आए दिन वहां से गुजरने वाले वाहन सवार दुर्घटना का शिकार हो रहें हैं । लेकिन इस और रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहें हैं । जबकि एक लम्बे अरसे से स्पेंशन ज्वाइंट आधा टूटकर बाहर निकल चुका है ।
विदित हो कि ब्रिज व सड़कों में दो पाटों के बीच इसी तरह रबर का स्पेंशन ज्वाइंट बीच बीच में लगाया जाता है ,ताकि भविष्य में दो हिस्से आपस मे टकराने से क्रैक न हो । Budhar Railway Bridge के टर्निग प्वाइंट में करीब एक फिट चौड़ा रबर का स्पेंशन ज्वाइंट लगाया गया था । जिसका आधा हिस्सा काफी समय पहले टूटकर बाहर निकल चुका है । स्पेंशन ज्वाइंट के निकल जाने के बाद ब्रिज के टर्निग प्वाइंट में करीब एक फिर चौड़ाई का गैप आ गया है । ऐसे में वहाँ से वाहन के गुजरते समय न केवल वाहन में टूट फूट की आशंका बनी रहती है बल्कि दुर्घटना की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है । कई वाहन चालक वहाँ दुर्घटना का शिकार हो भी चुके हैं ।
बड़ी अनहोनी की आशंका
Budhar Railway Bridge के टर्निग प्वाइंट में जहां पर स्पेंशन ज्वाइंट टूट गया है वहाँ छेद दिखाई पड़ रहा है ,जिसमें अगर किसी शरारती तत्व ने नीचे की ओर तार डाल दिया तो वह तार नीचे ट्रेन के लिए दौड़ते 33 हजार केव्ही के हाईटेंशन तार से टकरा सकता है । ऐसी स्थिति में कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है । लेकिन इन सब आशंकाओं के बावजूद रेलवे के जिम्मेदार अधिकारी इस ओर से अनजान बने हुए है । ऐसी स्थिति में आमजन का कहना है कि अगर किसी दिन कोई बड़ी घटना हो जाएगी तो इसका जिम्मेदार कौन होगा ?