अयोध्या में प्रभु श्रीराम के स्वागत में दीपोत्सव का आयोजन भव्यता के साथ किया जा रहा है। श्रीराम के लंका विजय के बाद मां सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या आगमन की खुशी में पूरे रामनगरी का अद्भुत श्रृंगार किया गया है। बुधवार को रामकथा पार्क में श्रीराम का राज्याभिषेक होगा, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके गुरु वशिष्ठ की भूमिका में राजतिलक करेंगे। इस मौके पर राम की पैड़ी पर 25 लाख दीप जलाकर दीपोत्सव मनाया जाएगा, जिससे पूरी अयोध्या जगमग हो उठेगी।
रामकथा पार्क में भव्य मंच सजाया गया
रामकथा पार्क में रामदरबार की थीम पर 90 फीट लंबा मंच तैयार किया गया है। मंच पर राजा राम, मां सीता, भाई लक्ष्मण और सभी प्रमुख पात्र विराजमान होंगे। मंच के चरणों में राज्य सरकार के प्रतिनिधि और संत-महात्मा बैठे नजर आएंगे। इस आयोजन के जरिए धार्मिक परंपराओं के साथ-साथ संस्कृति और आध्यात्मिकता का संदेश दिया जाएगा।
गुरु वशिष्ठ की भूमिका में सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरु वशिष्ठ की भूमिका निभाते हुए प्रभु श्रीराम का तिलक करेंगे और उन्हें राजगद्दी पर बैठाएंगे। इस पूरे आयोजन का मुख्य उद्देश्य श्रीराम की धार्मिक परंपराओं को नए युग में जीवित रखना और संस्कृति को बढ़ावा देना है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह भी इस उत्सव में उपस्थित रहेंगे और वे भी प्रभु श्रीराम के स्वागत के लिए तत्पर होंगे।
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सरयू महाआरती और दीपोत्सव की खास तैयारी
दीपोत्सव के इस विशेष आयोजन में 1100 संत-महात्मा, वैदिक आचार्य और संस्कृत के छात्र मिलकर सरयू नदी की महाआरती करेंगे। इस महाआरती का आयोजन अनूठा और भव्य होगा, जिसके लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम भी मौजूद रहेगी। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम की पैड़ी पर पहला दीप प्रज्वलित करेंगे और इस दौरान वहां 25 लाख दीपों का अद्भुत दृश्य दिखाई देगा, जो पूरी अयोध्या को रोशन कर देगा। इसके साथ ही, रामकथा पार्क में लेजर शो और प्रोजेक्शन मैपिंग से रामकथा के प्रसंगों का दृश्यात्मक रूप प्रस्तुत किया जाएगा।
विदेशी रामलीला और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
दीपोत्सव के मौके पर अयोध्या में छह देशों की रामलीला का मंचन भी किया जाएगा, जिसमें विभिन्न देशों के कलाकार रामायण के प्रसंगों को जीवंत करेंगे। इसके अलावा, 84 कोस में फैले 200 से अधिक मंदिरों में भी दीप जलाए जाएंगे और 16 राज्यों से आए 1200 से अधिक लोक कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। रामकथा के प्रमुख प्रसंगों पर आधारित 11 रथों की झांकियां भी इस भव्य आयोजन का हिस्सा होंगी।
दीपोत्सव के मुख्य आकर्षण
- राम की पैड़ी पर 25 लाख दीपों का प्रज्वलन
- लेजर शो और प्रोजेक्शन मैपिंग से रामकथा का प्रदर्शन
- सरयू पुल पर आतिशबाजी और ड्रोन शो
- छह देशों की रामलीला का मंचन
- 84 कोस में 200 मंदिरों में दीपोत्सव
- विभिन्न स्थानों पर लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां
इस तरह, दीपोत्सव के इस भव्य आयोजन में धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक तत्वों का अनूठा संगम देखने को मिलेगा, जो अयोध्या की गौरवशाली परंपराओं और भगवान श्रीराम की महिमा को संजोए रखने का प्रयास है।