Baba Siddiqui Murder: बिहार से मुंबई की सियासत तक का सफर, इस एक्टर से मिलते ही बदल गई किस्मत
बाबा सिद्दीकी की हत्या (Baba Siddiqui murder) से न केवल मुंबई बल्कि बिहार के लोग भी सदमे में हैं। जैसे ही ये खबर आई, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से लेकर सलमान खान तक सभी के फोन बजने लगे। बाबा सिद्दीकी अपनी इफ्तार पार्टियों के लिए मशहूर थे, जहां शाहरुख खान और सलमान जैसे बड़े बॉलीवुड सितारे हमेशा मौजूद रहते थे। बाबा सिद्दीकी का जन्म बिहार के गोपालगंज के मांझा में हुआ था। 1964 में वो अपने अब्बा के साथ मुंबई आए थे और बांद्रा में एक खोली में रहते थे। उनके वालिद घड़ियां ठीक करते थे।
बाबा को अपनी जड़ों से बहुत लगाव था और वो हमेशा अपने पुराने जानकारों से वही मोहब्बत से मिलते थे जैसे बड़े दोस्तों से। स्कूलिंग मुंबई में हुई और कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने छात्र राजनीति में कदम रखा। बड़े-बड़े लोगों से मिलने का शौक उन्हें हमेशा रहा। इस शौक ने ही उन्हें मुंबई के राजनीतिक गलियारों में पहचान दिलाई।
बचपन से ही फिल्मों की दुनिया की चमक-दमक उन्हें बहुत भाती थी। कुछ समय उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के साथ भी काम किया, और यही से उनकी बॉलीवुड में एंट्री का रास्ता खुला। बांद्रा, जहां बड़ी संख्या में उत्तर भारतीय, खासकर यूपी-बिहार के मुसलमान रहते थे, वहां उनकी पकड़ मजबूत हुई। राजनीति में उनका सफर धीरे-धीरे परवान चढ़ा। 1977 में NSUI से जुड़े और फिर आगे बढ़ते हुए 1999 में बांद्रा वेस्ट से कांग्रेस के विधायक बने।
कहा जाता है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता सुनील दत्त ने बाबा सिद्दीकी को पहली बार टिकट दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बाबा की इमेज इतनी मजबूत हो गई कि बड़े-बड़े फिल्मी सितारे उनके घर आने लगे और उनकी इफ्तार पार्टी में सलमान और शाहरुख जैसे सुपरस्टार्स शरीक होते थे।
हाल ही में दशहरे के मौके पर अपने ऑफिस के बाहर पटाखे फोड़ते समय उन पर हमला हुआ और उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।