Donald Trump ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान इजरायल के प्रति अपने समर्थन को व्यक्त किया था। उनकी जीत के बाद, ईरान ने इजरायल पर हमले की धमकी दी है,
अमेरिका के चुनाव में Donald Trump की जीत के बाद से जियोपॉलिटिक्स में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकते हैं। ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान गाजा युद्ध का बार-बार जिक्र किया था और इजरायल के प्रति अपने समर्थन को भी व्यक्त किया था। उनकी जीत के बाद, ईरान ने इजरायल पर हमले की धमकी दी है, जो पिछले महीने ईरान पर हुए इजरायल के हमले का बदला लेने के रूप में हो सकता है।
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के उप प्रमुख अली फदावी ने कहा कि ईरान के पास इजरायल के खिलाफ कड़ा जवाब देने के लिए पर्याप्त ताकत और हथियार हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि ज़ायोनिस्ट (इजरायली) ईरान के मुकाबले में कुछ भी नहीं कर सकते और उन्हें ईरान की प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा।
ट्रंप की जीत के बावजूद ईरान ने अपनी स्थिति को मजबूत किया है और इजरायल के खिलाफ एक बड़े हमले की योजना बनाई है। ईरान ने बुधवार को यह घोषणा की कि उसने इजरायल के लिए जासूसी करने के आरोप में चार लोगों को मौत की सजा सुनाई है, जो देश के उत्तर-पश्चिम में एक अदालत द्वारा दी गई सजा है।
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इस बीच, इजरायल ने अपने रक्षा मंत्री योव गैलेंट को हटा दिया है, और अब उनकी जगह एक नया मंत्री लिया जा सकता है, जो सैन्य या रक्षा मामलों का कोई अनुभव नहीं रखता। यह कदम इजरायल के रक्षा प्रबंधन में बदलाव को दर्शाता है, खासकर जब ईरान से बढ़ते खतरे के बीच यह फैसला लिया गया है।
ट्रंप की सत्ता में वापसी के साथ, ईरान के खिलाफ अधिक कठोर अमेरिकी नीति की संभावना
ट्रंप ईरान के तेल उद्योग पर फिर से अधिक प्रतिबंध लगा सकते हैं और इजरायल को ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमला करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। इसके अलावा, ट्रंप इजरायल को वरिष्ठ ईरानी अधिकारियों की हत्या करने के लिए भी प्रोत्साहित कर सकते हैं।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ट्रंप को जीत की नहीं दी बधाई
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ट्रंप को जीत की बधाई नहीं दी है, जबकि अन्य देशों के नेताओं ने उन्हें बधाई दी। पुतिन के प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि ट्रंप से बधाई मिलेगी या नहीं, और यह भी कहा कि रूस अमेरिका को एक मित्रवत देश नहीं मानता।