प्रदर्शनकारियों के नारों ने महोत्सव के सीईओ कैमरन बेली के भाषण में खलल डाला। उन्होंने रॉयल बैंक ऑफ कनाडा (RBC) को गाजा पर इस्राइली हमलों के लिए आर्थिक सहायता न देने की अपील की। प्रदर्शन के समय कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी वहां मौजूद थे। इस विरोध ने महोत्सव के माहौल को गंभीर बना दिया, और चार मिनट तक थिएटर के भीतर ‘नरसंहार बंद करो’ के नारों की गूंज सुनाई देती रही।
इस्राइल-हमास युद्ध, जो 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए हमले से शुरू हुआ था, ने इस बार TIFF जैसे महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम को भी अपने प्रभाव में ले लिया। CNN की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने तक गाजा में इस संघर्ष के कारण 40,000 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। प्रदर्शनकारियों का विरोध मुख्य रूप से इस्राइली हमलों के खिलाफ था, और उन्होंने साफ तौर पर RBC से इस्राइल की वित्तीय मदद रोकने की मांग की।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने हाल ही में घोषणा की थी कि बिडेन प्रशासन कतर और मिस्र के साथ मिलकर इस्राइल और हमास के बीच संघर्ष विराम का एक नया प्रस्ताव तैयार कर रहा है, और इस पर 90% सहमति बन चुकी है। इसी बीच टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हुए इस विरोध प्रदर्शन ने वैश्विक स्तर पर चर्चा छेड़ दी है।
TIFF, जो कि 5 सितंबर से 15 सितंबर तक चलेगा, अपनी जगह पर कायम है और महोत्सव के दौरान कई बड़ी फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। उद्घाटन समारोह में डेविड गॉर्डन ग्रीन की फिल्म ‘नटक्रैकर्स’ की स्क्रीनिंग हुई, जिसमें बेन स्टिलर मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म की कहानी एक वर्कहॉलिक के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने भतीजों की देखभाल के लिए ओहियो के ग्रामीण इलाकों में जाता है।
आने वाले दिनों में TIFF में रॉन हॉवर्ड की ‘ईडन’, एमी एडम्स की ‘नाइटबिच’, और एंड्रयू गारफील्ड और फ्लोरेंस पुघ अभिनीत ‘द वाइल्ड रोबोट’ जैसी फिल्में दर्शकों के सामने पेश की जाएंगी। यह फेस्टिवल अपनी कला और संस्कृति की प्रस्तुतियों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इस बार राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों ने इसे सुर्खियों में ला दिया है।
TIFF का आयोजन तो अपने तय कार्यक्रम के अनुसार चलता रहेगा, लेकिन इस्राइल-फलस्तीन संघर्ष से जुड़ी ये घटनाएं महोत्सव के कई पहलुओं को प्रभावित करती दिख रही हैं।