Netflix पर धोखाधड़ी का आरोप: प्रोड्यूसर वासु भगनानी का दावा
बॉलीवुड के मशहूर प्रोड्यूसर वासु भगनानी ने हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म Netflix पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। इस मामले में उन्होंने मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई है। भगनानी का दावा है कि नेटफ्लिक्स ने उनकी तीन फिल्मों के SVOD (Subscription Video On Demand) राइट्स खरीदे थे, लेकिन भुगतान नहीं किया। इसके बाद, इस विवाद को लेकर नेटफ्लिक्स और इससे जुड़ी अन्य कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू हो गई है।
वासु भगनानी के आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वासु भगनानी ने अपनी शिकायत में कहा है कि नेटफ्लिक्स ने उनकी तीन फिल्मों – ‘हीरो नंबर वन’, ‘मिशन रानीगंज’, और ‘बड़े मियां छोटे मियां’ के राइट्स लिए थे। लेकिन, नेटफ्लिक्स ने अब तक उनकी कंपनी पूजा एंटरटेनमेंट को 47.37 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है। भगनानी ने आरोप लगाया है कि नेटफ्लिक्स ने उनके साथ धोखाधड़ी की और सौदे की शर्तों को लेकर साजिश रची।
SVOD राइट्स का मतलब है कि उपभोक्ताओं को एक निश्चित शुल्क देकर कंटेंट को ऑन-डिमांड देखने की सुविधा मिलती है। भगनानी का कहना है कि नेटफ्लिक्स ने इन राइट्स को खरीदने के बाद भुगतान करने में देरी की है, जिससे उन्हें वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है।
साजिश का दावा
वासु भगनानी का यह भी दावा है कि उन्हें सौदे की शर्तों पर दोबारा बातचीत करने के लिए मजबूर किया गया। उनकी कंपनी पर दबाव डाला गया कि वह अपने रुख में बदलाव करें और जू डिजिटल इंडिया जैसी कंपनी को एक फिल्म सौंपने के लिए भी कहा गया। भगनानी के अनुसार, उनकी एक फिल्म को थिएटर में रिलीज से पहले ऑनलाइन लीक कर दिया गया था, जिससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचा और फाइनेंशियली भी उन्हें बड़ा नुकसान हुआ।
नेटफ्लिक्स का जवाब
उधर, वासु भगनानी के इन आरोपों का नेटफ्लिक्स ने खंडन किया है। कंपनी ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि भगनानी द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। नेटफ्लिक्स के प्रवक्ता ने कहा, “हमारी डील्स हमेशा पारदर्शी और मजबूत रही हैं, और हम इंडियन क्रिएटिव कम्युनिटी के साथ एक बेहतरीन ट्रैक रिकॉर्ड रखते हैं।” कंपनी ने यह भी दावा किया कि इस मामले में पूजा एंटरटेनमेंट पर उनका पैसा बकाया है, और वह इस विवाद को सुलझाने के लिए अपनी टीम के साथ काम कर रहे हैं।
पुलिस की जांच शुरू
मामला गंभीर होता देख मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने नेटफ्लिक्स और उससे जुड़ी कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या भगनानी के साथ वाकई धोखाधड़ी हुई है और क्या नेटफ्लिक्स की ओर से कोई अनियमितता की गई है।
क्यों है यह विवाद अहम?
यह विवाद बॉलीवुड के ओटीटी प्लेटफार्मों के साथ संबंधों को लेकर एक बड़ा मुद्दा बन गया है। वासु भगनानी जैसे बड़े प्रोड्यूसर का नेटफ्लिक्स पर धोखाधड़ी का आरोप लगाना, इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। ओटीटी प्लेटफॉर्म और प्रोड्यूसर्स के बीच वित्तीय सौदों की पारदर्शिता पर सवाल उठने लगे हैं।
नेटफ्लिक्स ने भारत में अपनी कंटेंट लाइब्रेरी को बढ़ाने के लिए बड़े बजट की फिल्मों और शोज़ के साथ साझेदारी की है। लेकिन भगनानी के इन आरोपों ने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा कर दिया है।
वासु भगनानी का करियर और योगदान
वासु भगनानी बॉलीवुड के जाने-माने प्रोड्यूसर हैं, जिन्होंने कई हिट फिल्मों का निर्माण किया है। उनकी कंपनी पूजा एंटरटेनमेंट ने बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई है और कई बड़े बजट की फिल्मों का निर्माण किया है। ‘बड़े मियां छोटे मियां’, ‘हीरो नंबर वन’ जैसी फिल्में भारतीय सिनेमा की सफल फिल्मों में गिनी जाती हैं।
भगनानी का यह विवाद तब सामने आया है जब वह नई फिल्में लेकर आ रहे हैं और नेटफ्लिक्स के साथ डिजिटल डील्स कर रहे थे। ऐसे में उनके द्वारा लगाए गए आरोपों से फिल्म इंडस्ट्री और ओटीटी प्लेटफार्मों के बीच संबंधों पर प्रभाव पड़ सकता है।
भविष्य में क्या होगा?
इस विवाद का अंत क्या होगा, यह अभी कहना मुश्किल है। पुलिस की जांच और नेटफ्लिक्स की टीम के बीच बातचीत से शायद इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की जाएगी। अगर भगनानी के आरोप सही साबित होते हैं, तो यह मामला ओटीटी इंडस्ट्री में बड़े बदलावों की शुरुआत कर सकता है।
वहीं, अगर नेटफ्लिक्स के दावे सही निकलते हैं, तो यह साबित हो सकता है कि डील्स के दौरान वित्तीय मुद्दे दोनों पक्षों के बीच गलतफहमियों की वजह से उत्पन्न हुए।
अंतिम निष्कर्ष
कुल मिलाकर, वासु भगनानी और नेटफ्लिक्स के बीच यह विवाद फिल्म इंडस्ट्री और डिजिटल प्लेटफार्म्स के बीच वित्तीय संबंधों पर ध्यान केंद्रित करता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद का निपटारा कैसे होता है और इससे ओटीटी प्लेटफार्म और प्रोड्यूसर्स के बीच के रिश्तों पर क्या प्रभाव पड़ता है।