तमिल फिल्म “महाराजा” चीन में बनी हिट
तमिल फिल्म “महाराजा”, जो भारत-चीन के हालिया संबंध सुधारने वाले समझौते के बाद चीन में रिलीज़ होने वाली पहली भारतीय फिल्म है, ने रिलीज़ के पहले दिन करीब ₹16 करोड़ की कमाई की। शुक्रवार को रिलीज़ हुई इस फिल्म ने चीनी बॉक्स ऑफिस पर लगभग 13.37 मिलियन युआन (₹15.6 करोड़) कमाए।
चीन में “महाराजा” की धूम
रिलीज़ से पहले, “महाराजा” को चीनी मूवी रिव्यू साइट Douban पर 8.7/10 की उच्च रेटिंग मिली। इसे हाल के वर्षों में “सबसे उच्च-रेटेड भारतीय फिल्मों” में से एक माना जा रहा है। इस फिल्म को निथिलन स्वामीनाथन ने डायरेक्ट किया है और इसमें विजय सेतुपति, अनुराग कश्यप, ममता मोहनदास और नट्टी नटराज ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं।
फिल्म की कहानी
“महाराजा” की कहानी चेन्नई के एक नाई महाराजा (सेतुपति) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने चोरी हुए डस्टबिन को वापस पाने के लिए पुलिस स्टेशन जाता है। लेकिन कहानी में कई ट्विस्ट हैं, जो दर्शकों को चौंका देते हैं।
भारतीय बॉक्स ऑफिस पर भी धमाल
14 जून को भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई “महाराजा” ने ₹100 करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया। यह चीन में रिलीज़ होने वाली पहली भारतीय फिल्म है, जब से दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को हल करने के लिए समझौता किया है।
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भारतीय फिल्मों का चीनी दर्शकों पर प्रभाव
पिछले कुछ वर्षों में, “दंगल”, “थ्री इडियट्स” और “सीक्रेट सुपरस्टार” जैसी भारतीय फिल्मों ने चीन में बड़ी सफलता हासिल की है। “महाराजा” भी अपनी अनूठी स्टोरीलाइन और सामाजिक मुद्दों को पेश करने के कारण चीनी दर्शकों के दिल जीत रही है।
विश्लेषकों की राय
चीन के फिल्म क्रिटिक्स का कहना है कि “महाराजा” का आकर्षण इसकी सांस्कृतिक गहराई और अलग नैरेटिव तकनीकों में है। Douban क्रिटिक वांग पेइयू ने कहा कि यह फिल्म दर्शकों को अंत तक भ्रमित रखती है और क्लाइमैक्स में चौंकाने वाला खुलासा करती है।
भारतीय और वेस्टर्न फिल्मों का अंतर
भारतीय फिल्मों का नैतिक और सांस्कृतिक आधार चीनी दर्शकों को आकर्षित करता है। वांग के अनुसार, भारतीय फिल्में सामाजिक मुद्दों और परंपरागत मूल्यों पर जोर देती हैं, जबकि पश्चिमी फिल्में ज्यादातर व्यक्तिगत और मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर आधारित होती हैं।”महाराजा” जैसी फिल्में ग्लोबल मार्केट में भारतीय सिनेमा की खास पहचान बनाती हैं।