उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी से उत्पन्न चक्रवाती तूफान यागी के कमजोर होने के बावजूद, इसके अवशेषों से बने कम दबाव क्षेत्र ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के दक्षिणी और पूर्वी इलाकों में तेज हवाओं और बारिश का कारण बना। इस नए विकसित मौसम प्रणाली का प्रभाव न केवल यूपी के इन क्षेत्रों में महसूस किया गया, बल्कि इसका असर विंध्य क्षेत्र तक देखा गया। इन क्षेत्रों में बारिश और तेज हवाओं के चलते मौसम में अचानक बदलाव आया है, जो कि चक्रवात के कमजोर होने के बावजूद महत्वपूर्ण रहा। यह स्थिति आगामी दिनों में मौसम की गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है और इसके चलते क्षेत्रीय जलवायु में कुछ हद तक बदलाव संभव है।
प्रयागराज, वाराणसी, सोनभद्र, मिर्जापुर, बांदा और अन्य क्षेत्रों में मंगलवार को अच्छी बारिश देखने को मिली, जो कि चक्रवाती तूफान यागी के अवशेषों से बने कम दबाव क्षेत्र के प्रभाव का परिणाम था। बदलते मौसम की वजह से प्रदेश के दक्षिणी और पूर्वी इलाकों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही थीं, जो कि मौसम में ठंडक और आर्द्रता बढ़ाने का काम कर रही थीं। इस बारिश ने न केवल तापमान को नियंत्रित किया, बल्कि फसलों के लिए भी राहत प्रदान की। बुधवार को भी बुंदेलखंड और आगरा रीजन में अच्छी बारिश की संभावना जताई जा रही है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस मौसम प्रणाली के प्रभाव से इन क्षेत्रों में बारिश की गतिविधियां जारी रह सकती हैं, जो कि किसानों और स्थानीय निवासियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं।