देवलोंद पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीती रात्रि गश्त के दौरान मुखबिर की सूचना मिली कि एक पिकअप वाहन में मवेशियों की तस्करी थाना क्षेत्र से होने वाली है । जिसके बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए चंदोला फॉरेस्ट बैरियर के पास पिक-अप वाहन क्रमांक यू.पी. 12 सीटी 8733 को रोका गया । जिसमें 6 भैंस और 5 पड़वों को मवेशियों को निर्दयता से ठूंस-ठूंसकर लोड किया गया था। जिसे मुक्त कराया गया ।
वाहन चालक से पूंछताछ करने पर अपना नाम आसीम खान पिता रहमत खान उम्र 32 वर्ष एवं सहयोगी का नाम गुलामेरजा पिता रज्जाक खान उम्र 26 वर्ष, दोनों निवासी ग्राम छवारी, थाना मझौली, जिला सीधी, का होना बताया गया, हिरासत में लिया गया। मौके से वाहन और मवेशियों समेत कुल 10 लाख रुपए का मशरूका जप्त किया गया। आरोपियों के खिलाफ पशु
क्रूरता निवारण अधिनियम और मोटर वाहन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी देवलोंद के नेतृत्व में प्रधान आरक्षक सुनीत मिश्रा, आरक्षक विनोद तिवारी, अभिषेक तिवारी, सौरभ मिश्रा, तथा ओमप्रकाश तिवारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
लम्बे समय से पशु तस्करी
विदित हो कि जिले में पशु तस्करी का यह अवैध कारोबार एक लम्बे समय से चल रहा है । जिले के देवलोंद के अलावा केशवाही चौकी क्षेत्र पशु तस्करों का गढ़ है । इन दोनों क्षेत्रों से काफी समय से मवेशियों को बूचड़ खाना भेजा जा रहा है । लेकिन आज तक इस पर अंकुश नहीं लग सका है । पडोसी जिला अनूपपुर के कोतमा क्षेत्र से केशवाही मार्ग से अधिकांशतः मवेशियों की तस्करी की जाती है ।