पश्चिम बंगाल ने केरल को 1-0 से हराकर 33वीं बार संतोष ट्रॉफी जीती
पश्चिम बंगाल ने मंगलवार को हैदराबाद के जीएमसी बालयोगी एथलेटिक स्टेडियम में केरल को 1-0 से हराकर संतोष ट्रॉफी में अपनी श्रेष्ठता को 33वीं बार स्थापित किया। इस जीत के साथ पश्चिम बंगाल ने एक और ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम किया।
मैच का एकमात्र गोल रोबी हंसा ने अंतिम समय में किया, जब दूसरा हाफ समाप्त होने वाला था। रोबी ने अदित्य थापा द्वारा बॉक्स में भेजे गए हेडर के बाद पॉइंट-ब्लैंक रेंज से आसान गोल किया। यह गोल मैच का निर्णायक पल साबित हुआ, और इसके साथ ही पश्चिम बंगाल ने संतोष ट्रॉफी में अपना दबदबा कायम रखा।
इस टूर्नामेंट में दोनों टीमों ने अपनी शानदार फॉर्म का परिचय दिया था। पश्चिम बंगाल और केरल दोनों ने फाइनल में पहुँचने से पहले अपने 10 में से 9 मैच जीतें थे, जबकि एक-एक मैच ड्रॉ रहा था। इन दोनों टीमों की शानदार प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया था कि वे टूर्नामेंट की मजबूत टीमें हैं।
इतिहास की बात करें तो, पश्चिम बंगाल ने संतोष ट्रॉफी में हमेशा ही अपनी श्रेष्ठता कायम रखी है। हालांकि, हाल के वर्षों में केरल ने भी अपनी ताकत दिखाई है और 2017-18 तथा 2021-22 में संतोष ट्रॉफी के फाइनल में बंगाल को हराया था। इस जीत के साथ बंगाल ने अपनी हार का बदला लिया और एक मजबूत वापसी की।
यह जीत पश्चिम बंगाल के लिए खास थी क्योंकि इसने उन्हें एक और रिकॉर्ड में स्थापित किया और संतोष ट्रॉफी में उनके नाम की 33वीं जीत का इतिहास रचा।
अंत में, यह जीत एक बार फिर साबित करती है कि पश्चिम बंगाल फुटबॉल में एक प्रमुख ताकत बनी हुई है और संतोष ट्रॉफी में उनकी उपस्थिति हमेशा प्रभावी रहती है।