बिलावल भुट्टो की भारत को नई धमकी, सिंधु नदी पर बांध बनाने पर युद्ध की चेतावनी
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने एक बार फिर भारत के खिलाफ उग्र बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर भारत सिंधु नदी पर बांध बनाने की कोशिश करता है, तो इसका सीधा मतलब युद्ध होगा। उनके अनुसार, बांध बनाने का फैसला केवल युद्ध के बाद ही किया जा सकता है। यह बयान पाकिस्तान की ओर से पहले भी आए तीखे बयानों की कड़ी में जुड़ गया है।
असीम मुनीर जैसे सुर, युद्ध का हवाला
बिलावल का यह बयान पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर के सुरों से काफी मेल खाता है, जिन्होंने हाल ही में भारत को लेकर सख्त टिप्पणियां की थीं। बिलावल ने कहा कि पाकिस्तानियों के पास न केवल अपनी नदियों की रक्षा करने की क्षमता है, बल्कि युद्ध की स्थिति में एकजुट होकर मुकाबला करने का भी दम है।
पंजाब की 6 नदियों पर कब्जे का दावा
बिलावल भुट्टो ने दावा किया कि पाकिस्तान के पास पंजाब की 6 नदियों पर नियंत्रण करने की ताकत है। उन्होंने कहा कि अगर दोबारा युद्ध हुआ, तो पाकिस्तान एकजुट होकर इन नदियों को अपने अधिकार में ले सकता है। उनके मुताबिक, पानी पर कब्जा पाकिस्तान के लिए जीवन-मरण का सवाल है।
भारत के खिलाफ एकजुटता की बात
अपने बयान में बिलावल ने कहा कि पानी पर किसी भी तरह का विवाद पाकिस्तानियों को एकजुट कर देगा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि अगर भारत ने सिंधु नदी पर बांध बनाने की दिशा में कोई कदम बढ़ाया, तो उसे युद्ध का सामना करना पड़ेगा।
सिंधु जल संधि की पृष्ठभूमि
भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में हुई सिंधु जल संधि के तहत सिंधु, झेलम और चेनाब नदियों का नियंत्रण पाकिस्तान को दिया गया, जबकि सतलुज, ब्यास और रावी भारत के हिस्से में आईं। लेकिन समय-समय पर पाकिस्तान की ओर से भारत पर संधि तोड़ने के आरोप लगाए जाते रहे हैं। बिलावल का बयान भी इसी पृष्ठभूमि में सामने आया है।
तनाव बढ़ाने वाला बयान
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे बयान दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ाने का काम करते हैं। पानी जैसे अहम मुद्दे पर इस तरह की आक्रामक भाषा न केवल कूटनीतिक संबंधों को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि क्षेत्रीय शांति के लिए भी खतरा बन सकती है।