संभल में बवाल: जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा, इंटरनेट सेवाएं बंद
जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताने पर विवाद, सर्वे के दौरान हिंसा
संभल के जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए कोर्ट में दाखिल वाद के बाद रविवार को सर्वे के लिए कोर्ट कमिश्नर की टीम पहुंची। मस्जिद के बाहर जुटी भीड़ ने पुलिस पर पथराव और तोड़फोड़ की। इस हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हुए हैं। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं और बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगा दी।
पुलिस और भीड़ के बीच झड़प, आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा
कोर्ट कमिश्नर की टीम पर हमला होते ही पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज का इस्तेमाल कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। हिंसक भीड़ ने चंदौसी के सीओ की गाड़ी समेत कई वाहनों में आगजनी और तोड़फोड़ की। पुलिस के आक्रामक होने के बाद भीड़ तितर-बितर हुई, लेकिन स्थिति को पूरी तरह काबू में आने में लगभग डेढ़ घंटे लगे।
घायलों में पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल
इस हिंसा में संभल के डीआईजी, डीएम, एसपी और एसडीएम समेत कई अधिकारी घायल हो गए। कई पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। जिला अस्पताल के सीएमएस ने बताया कि एक सिपाही की हालत गंभीर थी, जिसे रेफर कर दिया गया।
शहर में तनाव, अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात
हिंसा के बाद शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात बन गए। पुलिस, पीएसी, आरआरएफ और आरएएफ की तैनाती की गई है। कमिश्नर ने बताया कि हिंसा के दौरान दो युवकों की मौत गोली लगने से हुई, लेकिन पुलिस ने गोली नहीं चलाई।
कोर्ट के आदेश पर हुआ था सर्वे
संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए 19 नवंबर को हिंदू पक्ष ने कोर्ट में वाद दाखिल किया था। चंदौसी स्थित सिविल जज ने सर्वे के आदेश दिए थे। कोर्ट कमिश्नर की टीम ने सर्वे शुरू किया, जिसे रविवार को आगे बढ़ाया जाना था। इस मामले में अगली सुनवाई 29 नवंबर को होगी।
मृतकों की पहचान और स्थिति
- रोमान (40), निवासी हयातनगर
- बिलाल (22), निवासी फत्तेहउल्ला सराय
- नईम (35), निवासी मोहल्ला कोट तबेला
- एक मृतक की पहचान नहीं हो पाई
स्थिति नियंत्रण में, आरोपियों पर होगी सख्त कार्रवाई
डीआईजी मुरादाबाद मुनिराज जी ने कहा कि हिंसा में शामिल उपद्रवियों को चिह्नित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। शहर में कड़ी निगरानी रखी जा रही है।