जगन मोहन को बड़ा झटका, YSRCP सांसद विजयसाई रेड्डी ने राजनीति से संन्यास का किया एलान
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य वेणुमबका विजयसाई रेड्डी ने राजनीति छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने शनिवार, 25 जनवरी 2025 को अपने सांसद पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। इसके साथ ही पार्टी के एक और नेता अल्ला अयोध्या रामी रेड्डी ने भी उसी दिन इस्तीफा देने का निर्णय लिया। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वह इस्तीफा किसी पद लाभ या पैसे की उम्मीद में नहीं दे रहे हैं, यह उनका व्यक्तिगत फैसला है।
विजयसाई रेड्डी का इस्तीफा और बयान
वाईएसआरसीपी के राज्यसभा सदस्य विजयसाई रेड्डी ने शुक्रवार को यह घोषणा की कि वह 25 जनवरी को अपनी संसद सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से उन्होंने बताया कि वह किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं हो रहे हैं और राजनीति को पूरी तरह से छोड़ रहे हैं।
इस फैसले से वाईएसआरसीपी को एक बड़ा झटका लगा है, खासकर क्योंकि पार्टी के एक और प्रमुख नेता, अल्ला अयोध्या रामी रेड्डी ने भी उसी दिन इस्तीफा देने का ऐलान किया है।
निजी निर्णय, किसी का दबाव नहीं
विजयसाई रेड्डी ने अपने इस्तीफे के कारणों को स्पष्ट करते हुए कहा कि उनका यह कदम पूरी तरह से निजी था और इसमें किसी भी प्रकार का दबाव या बाहरी प्रभाव नहीं था। उन्होंने कहा कि वह वाईएस परिवार के ऋणी रहेंगे, जिसने उन्हें चार दशकों और तीन पीढ़ियों तक समर्थन दिया। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन्हें दो बार राज्यसभा सदस्य के रूप में सेवा करने का अवसर दिया।
पीएम मोदी और अमित शाह के प्रति आभार
विजयसाई रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के प्रति भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी और अमित शाह का समर्थन उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा, जिसकी वजह से उन्हें तेलुगु राज्यों में शक्ति और पहचान मिली।
2024 चुनाव में हार और भविष्य
2024 के आम चुनावों में, विजयसाई रेड्डी ने नेल्लोर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें कड़ी टक्कर देने के बाद टीडीपी उम्मीदवार वेमिरेड्डी प्रभाकर रेड से हार का सामना करना पड़ा। उनका राज्यसभा कार्यकाल 2028 तक था, लेकिन उनके अचानक राजनीति छोड़ने के फैसले ने वाईएसआरसीपी के कार्यकर्ताओं को चौंका दिया है। हालांकि, इस बारे में अभी तक पार्टी सुप्रीमो की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।