21 दिन में यूरिक एसिड होगा कंट्रोल, जानिए आसान घरेलू उपाय
आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और बिगड़ी हुई जीवनशैली के कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं जन्म ले रही हैं। इन्हीं में से एक है हाई यूरिक एसिड, जो धीरे-धीरे गठिया, गाउट और जोड़ों में तेज़ दर्द जैसी स्थितियों का कारण बनता है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो शरीर के कई हिस्सों में सूजन और दर्द स्थायी रूप ले सकता है। हालांकि, आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा में ऐसे कुछ घरेलू उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर इसे आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है।
एक्सपर्ट की सलाह
यूनानी विशेषज्ञ डॉ. सलीम जैदी के अनुसार, जब किसी व्यक्ति का यूरिक एसिड स्तर बढ़ जाता है, तो सबसे पहले असर उसके जोड़ों, मांसपेशियों और हड्डियों पर दिखता है। मरीज को चलने-फिरने में तकलीफ, सूजन और तेज़ दर्द महसूस होने लगता है। उन्होंने बताया कि एक खास घरेलू ड्रिंक है जो खाली पेट पिया जाए तो यह 21 दिनों में यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकता है।
घरेलू ड्रिंक तैयार करने का तरीका
इस आसान से उपाय के लिए केवल दो सामान्य सामग्री की जरूरत होती है – अजवाइन और अदरक।
- 1 चम्मच अजवाइन और
- 1 चम्मच कसा हुआ अदरक लें।
इन दोनों को एक गिलास पानी में डालकर अच्छे से उबालें। उबालते समय तब तक पकाएं जब तक पानी एक तिहाई मात्रा में न रह जाए। फिर इस मिश्रण को थोड़ा ठंडा करें और रोज़ सुबह खाली पेट पिएं।
क्या होंगे फायदे?
इस घरेलू उपाय से कई फायदे मिल सकते हैं:
- शरीर में जमा हुआ अतिरिक्त यूरिक एसिड धीरे-धीरे कम होगा।
- जोड़ों में सूजन और दर्द में राहत मिलेगी।
- शरीर से विषैले तत्व और वेस्ट मटेरियल बाहर निकलेंगे।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम मजबूत होगा।
- ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहेगा।
- शरीर में हल्कापन महसूस होगा और डिटॉक्सिफिकेशन होगा।
यूरिक एसिड बढ़ने के संकेत
अगर आपको इन लक्षणों का अनुभव हो रहा है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है:
- जोड़ों में लगातार दर्द रहना।
- सूजन या लालिमा महसूस होना।
- पेशाब करते समय जलन या दर्द।
- पेशाब में खून आना या बार-बार पेशाब आना।
क्यों है यह उपाय असरदार?
अजवाइन में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और डिटॉक्सिफाइंग गुण यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। वहीं, अदरक में सूजन और दर्द को कम करने वाले तत्व पाए जाते हैं। दोनों को मिलाकर बना यह नुस्खा शरीर को अंदर से साफ़ करता है और यूरिक एसिड के स्तर को धीरे-धीरे संतुलित करता है।
यदि आप दवाइयों से दूर रहना चाहते हैं और एक नेचुरल तरीका अपनाना चाहते हैं, तो यह उपाय सुरक्षित और असरदार विकल्प हो सकता है।